लपंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कार सवार बदमाशों के 45 हजार की नकदी और सोने का लॉकेट लूटने की सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने बदमाश बताए गए चारों युवकों को चंद घंटे में न सिर्फ ढूंढ निकाला, बल्कि निष्पक्ष छानबीन कर “दूध का दूध और पानी का पानी” करते हुए झूठी सूचना देने वाली बुआ और भतीजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पथरी थाना क्षेत्र के गांवों में एक कार में चार युवक गांव में फेरी लगाकर कपड़ा बेच रहे थे। तभी सहदेवपुर निवासी निखिल व उसकी बुआ रजनी देवी ने उनसे चार पेंट का कपड़ा खरीदा। युवकों के जाने के कुछ देर बाद ही चेक करने पर पेंट का कपड़ा हल्का दिखाई दिया। जिस पर निखिल ने बाइक से उनका पीछा किया। गांव से बाहर कुछ दूरी पर ही उसे कपड़ा बेच रहे युवकों की कार जाती दिखाई दी। उसने पीछा किया, लेकिन वह हाथ नहीं आए। इस पर निखिल ने कंट्रोल रूम में लूट की सूचना दे दी। उनसे बताया कि बदमाशों ने उसकी बुआ से सोने के लॉकेट व 45 हजार रुपये की नकदी लूटी है। जिससे पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस ने निखिल से जानकारी जुटाई तो उसने बताया कि वह अपनी बुआ को बाइक पर घर ले जा रहा था। तभी चार युवकों ने रोक लिया। उन्होंने जेब से 45 हजार रुपये की नकदी व बुआ के गले मे पड़ा सोने का लॉकिट लूटा है। पुलिस ने तत्काल लूट का मुकदमा दर्ज कर लिया। एसओ पथरी रविंद्र कुमार ने कपड़ा बेचने वाले सुहेल निवासी श्यामनगर मेरठ, आरिफ, आलम व साहिल निवासीगण चरथावल मुजफ्फरनगर को ढूंढ निकाला। पूछताछ में उन्होंने लूट से इन्कार करते हुए कपड़ा बेचने की जानकारी दी। तब पुलिस क्रास चेक करने के लिए निखिल के घर पहुंची तो पेंट का कपड़ा भी बरामद हो गया। जिस पर पूरी कहानी समझ आ गई। पुलिस ने बुआ-भतीजे को कड़ी फटकार लगाई। एसओ पथरी रविन्द्र कुमार ने बताया कि लूट की झूठी सूचना देने पर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जबकि कपड़ा बेच रहे चारों युवकों को पूछताछ व सत्यापन के बाद छोड़ दिया गया है।