आईजी की तबादला सूची का बिगड़ा बैलेंस, मैदान के जिलों से केवल रवानगी जारी, पहाड़ जिलों से नहीं हो रही आमद..
हरिद्वार से नरेश गंगवार और अकरम अहमद समेत गढ़वाल और कुमाऊं के 10 उपनिरीक्षकों की रेंज अदला-बदली (देखें लिस्ट)
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: आईजी गढ़वाल की ओर से जारी तबादला सूची का बैलेंस बिगड़ता नजर आ रहा है। दरअसल, तबादला सूची पर अभी तक केवल मैदान के जिलों में ही अमल हुआ है। हरिद्वार देहरादून से पुलिसकर्मियों को पहाड़ के जिलों के लिए तो रिलीव कर दिया गया।
लेकिन पहाड़ के जिलों से अभी तक देहरादून और हरिद्वार के लिए पुलिसकर्मियों की आमद नहीं हुई है। सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि पहाड़ के पुलिस अधिकारी आईजी गढ़वाल की तबादला सूची को गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है। इसी बीच गढ़वाल व कुमाऊं के कुछ उपनिरीक्षकों की रेंज अदला-बदली हुई है।
पिछले दिनों आईजी गढ़वाल करन सिंह नागन्याल की ओर से इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और हैडकांस्टेबल आदि पुलिसकर्मियों की अलग-अलग तबादला सूची जारी की गई थी। जिनमें पहाड़ के पुलिस कर्मियों को मैदान और मैदान से पुलिस कर्मियों को पहाड़ के जिलों में ट्रांसफर किया गया था।
हरिद्वार से तबादला सूची के अनुसार तीन इंस्पेक्टर और सात सब इंस्पेक्टर समेत 25 से ज्यादा पुलिस कर्मियों की रवानगी की जा चुकी है। देहरादून से भी कई पुलिस कर्मियों को अलग-अलग जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है। मगर पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी जैसे पहाड़ के जिलों से पुलिस कर्मियों को अभी तक नीचे नहीं भेजा गया है।
जिसका असर मैदानी जिलों में पुलिस के कामकाज पर भी नजर आ रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या आईजी गढ़वाल का आदेश केवल मैदान के जनपदों पर लागू होता है। डेढ़ महीने बाद भी पुलिस कर्मियों की रवानगी न करने के पीछे पुलिस अधिकारियों की मंशा क्या है। ऐसे कई सवालों के बीच गढ़वाल और कुमाऊं के कई उप निरीक्षकों के तबादले अनुकंपा के आधार पर किए गए हैं। जिनमें नरेश गंगवार और रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक अकरम अहमद को कुमाऊं भेजा गया है। कुल मिलाकर पांच उपनिरीक्षकों को कुमाऊं से गढ़वाल और चार उपनिरीक्षकों का तबादला गढ़वाल से कुमाऊं किया गया है। जबकि एक महिला उप निरीक्षक को गढ़वाल से पुलिस हेड क्वार्टर भेजा गया है।