दरगाह शरीफ की बेहुरमती किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही:-हाजी शादाब..
साबिर पाक उर्स/मेला मुकम्मल तौर पर कराए जाने की मांग..
पंच👊नामा..
पिरान कलियर:- अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसायटी के जनरल सेकेट्री हाजी शादाब कुरैशी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि दरगाह की बेहुरमती करने वाला कोई भी शख्स हो उसे कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा, चाहे उसमें सज्जादा परिवार ही क्यों ना हो, दरअसल बीते दिन साबिर पाक के सालाना उर्स की शुरुआत मेंहदी डोरी की रस्म के साथ अदा की गई थी, इसी दौरान का एक वीडियो शोसल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे कुछ लोग दरबार शरीफ में रेलिंग कूदकर मजार शरीफ में दाखिल हो रहे है। इसके साथ हाजी शादाब कुरैशी ने साबिर पाक के सालाना उर्स/मेले को मुकम्मल तौर पर कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कोविड का खतरा किसी हद तक टल चुका है और तमाम धार्मिक स्थलों पर व्यवस्थाएं सुचारू हो चुकी है। हाल में चारधाम यात्रा भी चल रही है इसी के मद्देनजर साबिर पाक का उर्स/मेला भी मुकम्मल तौर पर कराया जाना चाहिए। शादाब कुरैशी ने ईद मिलादुन्नबी पर सोसायटी द्वारा किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि सोसायटी प्रत्येक वर्ष ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मौके पर विभिन्न सामाजिक, धार्मिक कार्यक्रमो का आयोजन करती है।
इस साल भी आगामी 10 अक्टूबर को ज्वालापुर स्थित वरदा अकेडमी कैम्पस में रक्तदान शिविर लगाया जाएगा, 11 अक्टूबर को शाम 7 बजे ज्वालापुर सराय मार्ग स्थिर संगम पैलेस में एक सेमिनार पैग़म्बर मोहम्मद साहब “मुहब्बत, अमन और इंसानियत के अलम्बरदार विषय पर आयोजित होगी जिसमें मुख्यातिथि के रूप में कल्कि पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम व सज्जादानशीन दरगाह साबिर पाक शाह अली एजाज साबरी कुद्दुसी होंगे। वही 13 अक्टूबर को सुबह 11 बजे विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक में चादर पोशी और 19 अक्टूबर को सुबह 8 बजे ईद मिलादुन्नबी के जुलूस का कार्यक्रम शामिल है।
अंजुमन के कलियर प्रभारी गुलशाद सिद्दीकी ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि लंगर साबिर पाक की जिंदगी से जुड़ी परंपरा है, और उर्स के दौरान आने वाले जायरिनों के मुताबिक लंगर बनाया जाता है, इसलिए पुरानी परंपरा के मुताबिक ही लंगर की व्यवस्था की जाए। इस दौरान अंजुमन सोसायटी के रुड़की प्रभारी कुँवर शाहिद को नियुक्त किया गया। कार्यक्रम में मौ. आलम सैफ़ी, मुनव्वर अली साबरी आदि मौजूद रहे।