पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर से रेप के बाद हत्या को लेकर सड़क पर उतरा एसएमजेएन पीजी कॉलेज..
श्रीमहंत रविंद्र पुरी के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने निकाली रैली, सरकार भंग करने की मांग..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कोलकाता के आर. जी. कर. मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की जूनियर डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद, अखिल भारतीय सनातन परिषद व मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी जी महाराज के नेतृत्व में एस. एम. जे. एन. पीजी कॉलेज हरिद्वार के छात्र-छात्राओं ने रैली निकाल कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस मौके पर श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि कोलकाता में घटित इस विभत्स घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया हैं। उन्होंने कहा नारी को देवी मानने वाले देश में इस तरह की घटनाएं समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकती। इस घटना से संत समाज सहित सभी वर्गो में अत्यधिक रोष व्याप्त हैं।
घटना के इतने समय बाद भी दोषियों का न पकड़ा जाना पश्चिम बंगाल सरकार की नाकामी को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपना त्यागपत्र देना चाहिए और यदि वो अपना त्यागपत्र नही देती तो केंद्र सरकार को चाहिए कि वह राज्य सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाए।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि इस घटना से पूरा देश स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा कि आखिर कब तक देश की बेटियां इस निर्ममता का शिकार बनती रहेगी और आखिर निर्भया को अपने ही देश में कब मिलेगा इंसाफ। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता हैं कि दोषियों को पकड़कर ऐसी सजा दी जाए जिससे अपराधियों में कानून का डर बन सके।
इस मौके पर एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार की पूर्व छात्र एसोसिएशन सार्थक के कोषाध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने विरोध व्यक्त करते हुए कहा कि अब इस तरह के अपराधिक कृत्यों से बेटियों व उनके परिवारजनों में भय व्याप्त हैं। डॉ संजय माहेश्वरी ने इस घटना में पीड़ित परिवार को तुरंत न्याय की मांग की।
कॉलेज की छात्रा अर्शिका ने कहा कि डॉक्टर हमारे जीवन को भगवान बनकर बचाते हैं और कोलकाता में डॉक्टर महिला के साथ हुई ऐसी दरिंदगी कहीं न कहीं महिला सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लगाती हैं। आज हम सभी यह सोचने को विवश हैं कि जब अपने वर्क प्लेस पर ही नारी सुरक्षित नहीं हैं तो सड़क पर सुरक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी, पीड़िता के परिवार को न्याय न मिलना, पश्चिम बंगाल सरकार की बड़ी विफलता हैं। इस रैली में डॉ जे सी आर्य, डॉ शिव कुमार चौहान, डॉ मनोज सोही, रिचा मिनोचा, रिंकल गोयल, वैभव बत्रा, डॉ पल्लवी, डॉ पुनीता शर्मा, विनीत सक्सेना, यादवेंद्र सिंह, डॉ रजनी सिंघल, डॉ लता शर्मा, गौरव बंसल, आर्शिका, अंजली, मोहित, अनुज आदि सहित बड़ी संख्या में छात्र छात्राए शामिल हुए।