हरिद्वार

“कुंभ 2027 की तैयारियों में सुरक्षा सबक भुला रहा मेला अधिष्ठान, अंबानी सहित नामचीन हस्तियों के रोके जा चुके हेलीकॉप्टर..

अब हरकी पैड़ी से सटे क्षेत्र में हेलिकॉप्टर लैंडिंग की चल रही योजना, उठ रहे सवाल..

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पंच👊नामा
आदेश त्यागी, हरिद्वार: कुंभ मेला 2027 की तैयारियों के तहत मेला अधिष्ठान सीसीआर-2 भवन के निर्माण की कवायद में जुट गया है, लेकिन इस पूरे अभ्यास में कुंभ मेला प्रबंधन के अनुभवजन्य इतिहास को दरकिनार किए जाने पर गंभीर प्रश्न खड़े हो गए हैं।कुंभ मेला 1998 में तत्कालीन मेला प्रशासन ने सुरक्षा कारणों के चलते देश के सबसे बड़े उद्योगपति परिवार—अंबानी परिवार—के हेलिकॉप्टर को हरिद्वार में उतरने की अनुमति नहीं दी थी। उस समय कुंभ स्नान के लिए आ रही श्रीमती कोकिलाबेन अंबानी, चर्चित राज्यसभा सांसद अमर सिंह सहित उनके परिजनों के हेलिकॉप्टर को भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में भगदड़ और दुर्घटना की आशंका को देखते हुए हरिद्वार में उतरने से रोक दिया गया था।1998 में प्राथमिकता थी भीड़ की सुरक्षा…..
तत्कालीन कुंभ मेला अधिकारी जे.पी. शर्मा और मेला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भावेश कुमार सिंह के कार्यालय में जब हेलिकॉप्टर लैंडिंग से संबंधित पत्र पहुंचा, तो अधिकारियों के समक्ष बड़ा सुरक्षा प्रश्न खड़ा हुआ। मामले पर गहन विचार-विमर्श हुआ और सुरक्षा एजेंसियों की राय के साथ उस समय के जिला पुलिस कप्तान आलोक शर्मा से भी मंत्रणा की गई।आकलन में यह स्पष्ट हुआ कि लाखों की भीड़ के बीच हेलिकॉप्टर उड़ान अथवा लैंडिंग से गंभीर दुर्घटना की संभावना बन सकती है। अंततः प्रशासन ने देश के प्रमुख उद्योगपति परिवार के सदस्यों के लिए भी नियमों में कोई ढील न देते हुए हरिद्वार में हेलिकॉप्टर उतरने की अनुमति नहीं दी थी। इसके बाद संबंधित हेलिकॉप्टर जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर उतरे और श्रद्धालुओं ने सप्तऋषि आश्रम के समीप गंगा किनारे बिरला परिवार के भवन में विश्राम कर वहीं से गंगा स्नान किया था।अब हालात बदले, लेकिन खतरे बढ़े…..
27 वर्ष बाद स्थिति यह है कि हरिद्वार आने वाले तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हो चुकी है। भीड़ का दबाव कई गुना बढ़ने के बावजूद मेला अधिष्ठान हरकी पैड़ी से चंद कदम की दूरी पर स्थित मेला नियंत्रण कक्ष के सामने दूसरा भवन बनाने और उसकी छत पर आपदा प्रबंधन के नाम पर हेलिकॉप्टर लैंडिंग की योजना को आगे बढ़ा रहा है।चिंताजनक बात यह है कि यह क्षेत्र कुंभ मेले के दौरान सर्वाधिक भीड़भाड़ वाला माना जाता है।परीक्षण उड़ान हो चुकी, अनुमति का इंतजार…..
सूत्रों के अनुसार इस क्षेत्र में हेलिकॉप्टर की एक परीक्षण उड़ान मेला अधिकारी सोनिका की उपस्थिति में की जा चुकी है। फिलहाल सिविल एविएशन विभाग से औपचारिक अनुमति का इंतजार किया जा रहा है। अनुमति मिलते ही बहुउद्देशीय बहुमंजिला भवन निर्माण और भविष्य में हेलिकॉप्टर लैंडिंग की योजना को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।सवाल वही—सुविधा बनाम सुरक्षा…..
विशेषज्ञों का मानना है कि जहां 1998 में तुलनात्मक रूप से कम भीड़ के बावजूद प्रशासन ने हेलिकॉप्टर लैंडिंग से परहेज किया था, वहीं अब कई गुना बढ़ी भीड़ के बीच हरकी पैड़ी के बेहद संवेदनशील क्षेत्र में यह जोखिम उठाया जाना भविष्य में बड़े खतरे को न्योता दे सकता है।

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