सीएम के निर्देशों को अफसरों ने हवा में उड़ाया, व्यापारियों ने किया प्रदर्शन..
मुख्यमंत्री धामी ने 15 अक्टूबर तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के दिए थे निर्देश, फिर भी नींद से नहीं जागे अधिकारी..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य को गड्ढामुक्त बनाने के लिए संबंधित विभाग को सख्त दिशा निर्देश दिए हैं।
लेकिन प्रदेश के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाने का कोई मौका नहीं छोड़ा है। हाल ही में जानकारी मिली है कि गड्ढामुक्त अभियान के अंतर्गत उत्तराखंड में 45 सड़कों की मरम्मत कराई जा चुकी है, जबकि 47 सड़कों को गड्डामुक्त बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है। लेकिन हरिद्वार जिले में स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। धर्मनगरी में हाईवे से लेकर पॉश कॉलोनियों तक गड्ढों की भरमार है, जिससे स्थानीय नागरिक घायल हो रहे हैं। ताजा मामला मायापुर रेलवे स्टेशन से सरकारी कार्यालय जाने वाले रास्ते का है, जहां पिछले 6 महीनों से लोग गड्ढों से परेशान हैं।
स्थानीय निवासी और व्यापारी अब गड्ढामुक्त होने की आस लगाए बैठे हैं।
लेकिन गड्ढों की समस्या से छोटे-छोटे स्कूली बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। इस स्थिति से तंग आकर क्षेत्रवासियों ने आज सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में चंद्रशेखर कुर्ल, अमित बौरी, भोल शर्मा, कृष्ण चंचल, सुमित बौरी, जगदीश, कनक बाबू, ओम प्रकाश भाटिया, राहुल कुमार, शिवेन मनोहर सैन, अनिल कुमार जैसे स्थानीय नेता शामिल हुए और संबंधित विभाग के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया।प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि संबंधित विभाग कुंभकर्ण की नींद से जागे और गड्ढा मुक्त अभियान को गंभीरता से ले। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या संबंधित विभाग अपनी कुम्भकर्णी नींद से जागकर बाद गड्ढामुक्त अभियान की दिशा में कदम उठाएगा या फिर मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी कुर्सी पर जमे रहेंगे।