तबादले की जद में आए दरोगाओं को फिर “चमत्कार की उम्मीद….
: एक जिले में 8 साल पूरे करने वाले दारोगा और इंस्पेक्टरों के होने हैं तबादले
पंच 👊 नामा ब्यूरो
देहरादून: तबादले की जद में आए दरोगाओं को एक बार फिर किसी चमत्कार की उम्मीद है। दरअसल बीते सोमवार को ही शासन ने तबादलों से रोक हटा ली है। जिससे मैदान में जमे सिपाही, दारोगा व इंस्पेक्टरों का पहाड़ चढ़ना तय माना जा रहा है। लेकिन इससे पहले ही एक नई चर्चा शुरू हो गई है। दरोगाओं को उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव तक उन्हें तबादलों से अभय दान मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा।
बीते अप्रैल माह में पुलिसकर्मियों के तबादले किए गए थे। लेकिन 19 अप्रैल को कोविड-19 का हवाला देते हुए तबादलों पर रोक लगा दी गई थी। महकमे में ऐसी चर्चाएं थी कि कुछ दारोगा व इंस्पेक्टरों ने अपने सबंधों और प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए रोक लगवाई है। इतना ही नहीं, तत्कालीन सीएम ने ट्वीट तक किया था। लेकिन, बीते सोमवार को गृह सचिव रंजीत सिन्हा ने रोक हटाने के बाबत आदेश जारी कर दिए। जिससे तबादले रुकने पर खुशी मना रहे सिपाही, दारोगा व इंस्पेक्टर फिर से चिंतित हो गए। हालांकि, अभी तक तबादलों को लेकर तारीख तय करने का आदेश जारी नहीं हुआ है। अलबत्ता इससे पहले ही चर्चा शुरू हो गई है कि विधानसभा चुनाव तक तबादले फिर से रुक सकते हैं। हालांकि इस उम्मीद और अनुमान के कई गहरे मायने भी हो सकते हैं। कुछ लोग दबी जुबान से यह भी बोल रहे हैं कि प्रभावशाली दरोगाओं और इंस्पेक्टरों ने फिर से कोई सेटिंग लगाई है।