लखनऊ से अकेले पहुंचीं वृद्धा, कांवड़ियों की भीड़ और डीजे के शोर में हुई बदहवास, पुलिस ने निभाया बेटे का फर्ज..
बेटों के आने तक खाने, रहने, सोने का किया इंतज़ाम, वृद्धा ने हरिद्वार पुलिस को दिल से दी दुआएं..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कांवड़ मेले की अफरा-तफरी और शोरगुल के बीच लखनऊ की एक बुजुर्ग महिला के लिए हरिद्वार पुलिस फरिश्ता बनकर सामने आई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर काम कर रही श्यामपुर थाना पुलिस ने महिला को न सिर्फ सहारा दिया, बल्कि घरवालों के आने तक बेटे की तरह खाने-पीने और रहने का माकूल इंतज़ाम किया। लखनऊ से बेटों के आने पर उनके सुपुर्द किया। बुजुर्ग महिला ने श्यामपुर थाना प्रभारी नितेश शर्मा व उनकी टीम को दिल से दुआएं दी।
वाकया मंगलवार को सामने आया, जब 70 वर्षीय लक्ष्मी देवी लखनऊ से किसी कारणवश अकेले बस में बैठकर हरिद्वार पहुंच गईं। उन्हें अंदाजा नहीं था कि शहर इस समय कांवड़ मेले के सैलाब से भरा हुआ है।
डीजे के शोर और भीड़ से घबराई, पेड़ के नीचे बैठी मिलीं: जैसे ही वह स्टेशन से बाहर निकलीं, हर ओर भगदड़, तेज़ डीजे और कांवड़ियों की भारी भीड़ देखकर वह बुरी तरह घबरा गईं। चंडीघाट क्षेत्र में बेसुध हालत में वह एक पेड़ के नीचे बैठी मिलीं। एक दुकानदार ने महिला को देखकर उन्हें पानी पिलाया, सहारा दिया और फिर तुरंत पुलिस को सूचना दी।
—————————————-थाना प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में शुरू हुई राहत: थाना श्यामपुर प्रभारी निरीक्षक नितेश शर्मा ने सूचना मिलते ही तत्काल महिला उपनिरीक्षक अंजना चौहान और टीम को सक्रिय किया। महिला को चंडीघाट चौकी लाया गया, उन्हें ढांढस बंधाया गया और बातचीत कर उनकी पहचान जुटाई गई। सर्विलांस की मदद से उनके बेटे चंद्र सिंह वर्मा से संपर्क हुआ, जो लखनऊ में अपनी मां की तलाश में परेशान थे। कुछ ही घंटों में मां-बेटे को मिलाया गया।
थाने में हुआ भावुक मिलन, आंखें नम कर गया दृश्य: थाने में जब मां-बेटा आमने-सामने हुए, तो दोनों की आंखें भर आईं। चंद्र सिंह ने कहा— “अगर हरिद्वार पुलिस न होती, तो शायद मां कभी न मिलतीं। यह उनके लिए पुनर्जन्म जैसा है।”
बुजुर्ग ने कहा— ‘बेटे जैसा सहारा बना पुलिस‘: लक्ष्मी देवी ने भी भावुक होकर कहा— “मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कहां जाऊं… लेकिन पुलिस ने मां जैसा सहारा दिया।इनका रहा विशेष योगदान….
मउनि अंजना चौहान
हे0का0 286 मनोज भंडारी
का0 1522 अनिल रावत
विशेष पुलिस अधिकारी लक्ष्मण सिंह
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने घटना की जानकारी मिलने के बाद स्वयं टीम को निर्देशित किया कि महिला को जल्द सुरक्षित किया जाए और उनके परिजनों से मिलाया जाए।