पंच👊नामा-ब्यूरो
रुड़की: आवारा कुत्तों का मामला उस समय तूल पकड़ गया जब निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने पहुँची। कॉलोनी के दो पक्ष आमने सामने आगये, एक पक्ष का आरोप है कि बाहर से लोग बुलाकर उनपर हमला कराया गया, जबकि दूसरे पक्ष का आरोप है कि कुत्तों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। सूचना पर रुड़की सिविल कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुँची और मामला शांत कराते हुए दोनो पक्षो को कोतवाली ले आई। दोनो पक्षो के कोतवाली पहुँचने पर भी हंगामा हुआ, कोतवाली परिसर में ही दोनो पक्षो की खूब तू-तू मैं-मैं हुई, इसके बाद रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट भी कोतवाली पहुँच गए जहां दोनो पक्षो ने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपनी-अपनी बात रखी।
मामला रुड़की के सोलानीपुरम का है। सोलानीपुरम के लोगो का कहना है कि पिछले कई सालों से वह आवारा कुत्तों से परेशान है, आवारा कुत्ते कॉलोनी वासियों पर हमला कर रहे है। जिसकी शिकायत सीएम पोर्टल पर भी उनके द्वारा की गई थी। शिकायत का संज्ञान लेकर रुड़की निगम की टीम कुत्तों को पकड़ने पहुँची थी लेकिन कॉलोनी की ही एक महिला ने इसका विरोध किया और बाहर से लोगो को बुलाकर उनपर हमला कर दिया। वही दूसरे पक्ष का कहना है कि उनकी संस्था बो-बो रेस्क्यू कुत्तों की देखभाल करती है, उनका इलाज और खाने-पीने की जरूरत पूरी करती है, सोलानीपुरम में कुत्तों को बेवजह परेशान किया जा रहा था, वह उनकी देखभाल के लिए वहां पहुँचे थे। उन्होंने बताया मारपीट का आरोप बेबुनियाद है। वही रुड़की सिविल लाइन कोतवाली में पहुँचे रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंशुल सिंह के समक्ष दोनों पक्षो ने अपनी-अपनी बात रखी। दोनो पक्षो की ओर से कोतवाली पुलिस को तहरीर भी दी गई थी। लेकिन काफी देर कोतवाली में डटे रहने के बाद दोनों पक्षो में समझौता हो गया।