उधोग के लिए तीन बार बिक गई बेशकीमती जमीन, अभी तक नही लगी फैक्ट्री..
शिकायतकर्ता ने प्रेस कांफ्रेंस कर उधोग के नाम पर सब्सिडी लेने का भी लगाया आरोप..

पंच👊नामा
रुड़की: बेशकीमती जमीन को उधोग के लिए खरीदकर उसे बिक्री करने के मामले में नन्हेड़ा अनन्तपुर निवासी मुकेश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि उन्होंने एक शिकायत अपर मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन को भेजी थी जिसमे बताया गया था कि गिर डेयरी फार्मिंग की भूमि को 2007, 2009 और 2017 में उधोगके लिए अलग-अलग कम्पनियों को बेची गई थी, लेकिन उसपर आजतक किसी तरह का उधोग नही लगाया गया, जबकि उधोग का हवाला देते हुए राज्य सरकार को 50 प्रतिशत स्टाम्प सब्सिडी का नुकसान पहुँचाया गया, जिसकी जांच आख्या भी तहसीलदार रुड़की ने उच्चाधिकारियों को प्रेरित कर दी थी, शिकायतकर्ता का आरोप है कि वर्तमान में उक्त जमीन को खरीदने वाले के स्वामी, अधिकारियों पर जांच आख्या बदलवाने का दबाव बना रहे है, जिसके चलते उन्हें मीडिया के सामने आना पड़ा, शिकायतकर्ता मुकेश कुमार ने बताया कम्पनी के द्वारा किये गए भृष्टाचार को उजागर करने के लिए उन्होंने उत्तराखंड शासन तक मे शिकायत की हुई है।
मीडिया में बयान देते हुए मुकेश कुमार पुत्र यशपाल निवासी नन्हेड़ा अनन्तपुर ने उच्चाधिकारियों से निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने बताया उक्त जमीन पर यदि उधोग (कम्पनी) लगाई जाती तो लोगो को रोजगार मुहैया होता, लेकिन जमीन की खरीद करने वालो ने राज्य सरकार के स्टाम्प बचाने के लिए उधोग लगाने की बात कहते हुए जमीन खरीदी, और सब्सिडी का फायदा लिया, जो साफतौर पर छल है और सरकार के राजस्व को नुकसान पहुँचाना, उन्होंने बताया ऐसा एक बार नही बल्कि तीन बार किया गया, वर्तमान में उक्त जमीन खाली पड़ी है उसपर कोई उधोग नही लगाया गया। मुकेश कुमार ने उच्चाधिकारियों से निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है।