साबरी जामा मस्जिद के बाहर लंगर खाने के सामने चरसियों का जमावड़ा, मस्जिद के बेसमेंट तक पहुंच रहा धुआं, नमाजियों को हो रही भारी परेशानी..
दरगाह परिसर में फैली अव्यवस्थाओं पर प्रशासन की अनदेखी, हाजिरी के नाम पर डेरा जमाए लोग खोल रहे इंतजामिया की पोल..

पंच👊नामा
पिरान कलियर: विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक (रह.) में हर दिन हजारों अकीदतमंद हाजिरी लगाने आते हैं। यह दरगाह देश-विदेश से आने वाले जायरीनों की आस्था का केंद्र है, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही और बदइंतजामी ने इसकी पवित्रता को धूमिल करना शुरू कर दिया है। दरगाह के प्रबंधन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के अधीन है, जिसके तहत एक प्रबंधक, कई सुपरवाइजर और पीआरडी जवानों की तैनाती की गई है। इसके बावजूद दरगाह परिसर में अनियमितताएं अपने चरम पर हैं।
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दरगाह परिसर में फैली अनियंत्रित भीड़ और अव्यवस्थाएं…..दरगाह की साबरी जामा मस्जिद के बाहर स्थित लंगरखाने के पास नशेड़ी और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बना रहता है। ये लोग खुलेआम चरस पीते हैं, जिसका धुआं मस्जिद के बेसमेंट तक पहुंचता है, जिससे नमाजियों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि, परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मी और प्रबंधन से जुड़े कर्मचारी इस समस्या पर ध्यान देने के बजाय मूकदर्शक बने हुए हैं।
हैरानी की बात यह है कि हाजिरी के नाम पर बड़ी संख्या में लोग दरगाह क्षेत्र में लंबे समय से डेरा जमाए हुए हैं। मुसाफिरखाना, लंगरखाने के पास, रैन बसेरा और दरगाह के विभिन्न हिस्सों में लोग महीनों से ठहरे हुए हैं, जबकि दरगाह प्रबंधन के नियम के अनुसार, कोई भी मेहमान अधिकतम तीन दिनों तक ही यहां ठहर सकता है। इस नियम की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, और कई असामाजिक तत्व इसी की आड़ में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
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महिलाओं की नमाज में बाधा और चोरी की घटनाएं बढ़ी…..दरगाह परिसर में अव्यवस्था इस हद तक बढ़ चुकी है कि महिलाएं जहां-तहां खड़ी होकर नमाज अदा करती हैं, जिससे सामने से गुजरने वाले जायरीनों को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। इसे रोकने के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों और पीआरडी जवानों की कोई जिम्मेदारी नहीं दिखती।
इतना ही नहीं, दरगाह परिसर में बढ़ती भीड़ का फायदा उठाकर जेबकतरे सक्रिय हो गए हैं। आए दिन जायरीनों की जेब काटी जा रही है, लेकिन प्रबंधन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा।
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प्रशासन की अनदेखी, जायरीनों की आस्था पर सवाल….दरगाह का प्रबंधन प्रशासन के अधीन है, लेकिन यहां की अव्यवस्थाएं प्रशासनिक उदासीनता को दर्शा रही हैं। दरगाह में साफ-सफाई, सुरक्षा, और नियमों के पालन को लेकर किसी भी स्तर पर गंभीरता नहीं दिखाई दे रही है। दरगाह में आने वाले जायरीन इस पवित्र स्थल की गरिमा बनाए रखने के लिए प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।