पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में नशे की हालत में एक युवक अपनी बाइक नहर पटरी पर छोड़ आया। थोड़ा नशा उतरा तो पुलिस को लूट की सूचना दे डाली। जिससे हड़कंप मच गया। पुलिस ने खोजबीन की तो उसकी बाइक व हेलमेट नहर पटरी से मिल गए।
तब पुलिस ने आरोपी का मेडिकल कराते हुए चालान किया। उसकी बाइक भी सीज कर दी। दूसरी तरफ पथरी क्षेत्र में जमीनी विवाद में कहासुनी के दौरान एक पक्ष ने फायरिंग की सूचना दे डाली। पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो उनके सामने ही उग्र हो गया।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर चालान कर दिया। दोनों मामलों में झूठी सूचना देने वाले आरोपियों को सबक सिखाते हुए भविष्य के लिए कड़ी चेतावनी भी दी गई।
केस नम्बर एक:-
हरिद्वार: रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में रामधाम कॉलोनी निवासी विनय सिंह ने कंट्रोल रूम को सूचना दी थी कि बसपा तिराहे और पीएसी पेट्रोल पंप के बीच चार लोगों ने उसकी मोटरसाइकिल स्प्लेंडर लूट ली है। लूट की सूचना से हड़कंप मच गया।
रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी टीम सहित मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। शिकायतकर्ता विनय सिंह नशे में दिखा और उसकी बातों में विरोधाभास नजर आया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ करते हुए इलाके में सघन चेकिंग अभियान चलाया।
रानीपुर झाल से नहर पटरी जाने वाली सड़क पर मोटरसाइकिल लावारिस हालत में चाबी और हेलमेट सहित बरामद हुई। पुलिस ने जब विनय सिंह से गहन पूछताछ की तो उसने स्वीकार किया कि वह नशे की हालत में था और अपनी मोटरसाइकिल के बारे में कोई जानकारी नहीं होने के कारण झूठी लूट की सूचना दी थी। रानीपुर पुलिस ने विनय सिंह का मेडिकल करवाया और झूठी सूचना देने के आरोप में उसका चालान कर जुर्माना वसूला। कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी ने बताया कि उसकी बाइक भी सीज कर दी गई है। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक अजीत डबराल, कांस्टेबल गिरींद्र सिंह, कांस्टेबल सर्वजीत व कांस्टेबल दिग्पाल राणा शामिल रहे।
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केस नम्बर दो:-
हरिद्वार: थाना पथरी पुलिस को पुलिस कंट्रोल रूम 112 से सूचना मिली कि ग्राम बुक्कनपुर में जमीनी विवाद के चलते फायरिंग हो रही है। सूचना पर थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार ने तुरंत चेतक पुलिसकर्मियों को मौके पर भेजा।
पुलिस ने आसपास के लोगों से फायरिंग की घटना के बारे में पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी फायरिंग की पुष्टि नहीं की। सूचना देने वाले चमकार सिंह से पूछा गया तो वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया। बल्कि चमकार सिंह और गुरु चरण के बीच जमीन को लेकर बहस चल रही थी। पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन चमकार सिंह उग्र हो गया और गुरु चरण के साथ गाली-गलौच और मारपीट पर उतारू हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने और अपराध की रोकथाम के लिए पुलिस ने चमकार सिंह को गिरफ्तार कर लिया, चालान कर दिया। पुलिस टीम में उपनिरीक्षक महेंद्र पुंडीर, कांस्टेबल नारायण सिंह व कांस्टेबल राकेश नेगी शामिल रहे।