
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बहादराबाद के लज्जा होटल का मालिक नए-नए हथकंडे अपनाते हुए लीजधारक का उत्पीड़न करने में लगा हुआ है। फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही कई विभागों में फर्जी और भ्रामक शिकायतें करते हुए लीजधारक का मानसिक व आर्थिक उत्पीड़न किया जा रहा है।

बल्कि, ग्राहकों को गुमराह कर बुकिंग कैंसल कराते हुए 50 लाख से अधिक का नुकसान भी किया जा चुका है। ताजा मामला ऊर्जा निगम से जुड़ा है। मालिक ने अब होटल का विद्युत कनेक्शन काटने की साजिश रच डाली।

इसके लिए कोर्ट के आदेशों को भी ठेंगे पर रख दिया गया। वहीं, ऊर्जा निगम भी स्टे के बावूजद कनेक्शन काटने जा पहुंचा। जबकि लीजधारक की ओर से लगातार विद्युत बिल अदा किया जा रहा है।

हालांकि, स्टे की जानकारी मिलने पर ऊर्जा निगम टीम को वापस लौटना पड़ा। लेकिन सवाल यह है कि पुलिस से लेकर ऊर्जा निगम तक कई सरकारी विभागों को अपनी उंगलियों पर नचाने वाले होटल मालिक के खिलाफ आखिरकार कार्रवाई क्यों नहीं हो पा रही है।

जबकि पीड़ित लीजधारक जिले के अफसरों से लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तक से अपनी गुहार लगा चुके हैं। इस प्रकरण को लेकर न सिर्फ सरकार के सुशासन के दावों की पोल खुल रही है, बल्कि आमजन में भी कई सवाल कौंध रहे हैं।
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“बड़े अफसर के दम पर दर्ज कराया फर्जी मुकदमा……

होटल मालिक ने देहरादून में बैठने वाले एक बड़े पुलिस अफसर से जान पहचान के दम पर लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव के खिलाफ बहादराबाद थाने में फर्जी मुकदमा दर्ज करा डाला। हैरत की बात यह है कि होटल में घुसकर मारपीट, गाली-गलौच, धमकी की घटना लीजधारक के साथ हुई।

जिसकी शिकायत भी उन्होंने पुलिस से की। लेकिन मजाल है कि एफआईआर हुई हो। उल्टा कई दिन बाद फर्जी घटना को लेकर दी गई झूठी तहरीर पर तुरंत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पूरा प्रकरण आला अफसरों की जानकारी में होने के बावजूद यह खेल हुआ।

धीरे धीरे बात खुलकर सामने आई कि देहरादून बैठने वाले बड़े साहब ने पूरा खेल रचा। खैर कुछ दिन पहले उनकी विदाई हो चुकी है। बावजूद इसके, होटल मालिक उत्पीड़न के नए-नए हथकंडे अपनाने से बाज नहीं आ रहा है।
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“स्टे के बावजूद कनेक्शन काटने पहुंचा ऊर्जा निगम……..

लीजधारक देवेंद्र सिंह राघव ने बताया कि उनकी कंपनी दीपिका इवेन्टस प्राइवेट लिमिटेड ने होटल मालिक गौरव जैन से लीज एग्रीमेन्ट दिनांक 27.07.2021 को 7 वर्ष की अवधि के लिए किया था। आरोप लगाया कि होटल मालिक इससे पहले ही होटल खाली कराने का दबाव बनाने लगा।

लीज एग्रीमेंट के आधार पर मूलवाद सं० 192/2023 दीपिका इवेन्टस प्रा०लि० बनाम गौरव जैन आदि में न्यायालय सिविल जज (एस.डी) ने उन्हें स्टे दिया हुआ है। जिसमें गौरव जैन का पिता महेश जैन पक्षकार है। स्टे की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने ऊर्जा निगम में कनेक्शन काटने के लिए प्रार्थना पत्र दे दिया।

न्यायालय का स्टे आदेश के प्रभावी रहने के दौरान सम्पत्ति में हस्तक्षेप करना या उसमें लगे विद्युत मीटर को विच्छेदित किया जाना न्यायोचित नही है, बल्कि कोर्ट के आदेश की अवमानना है। इसके बावजूद दो बार ऊर्जा निगम की टीम उनके होटल पहुंच चुकी है। जिससे उनका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है।

बल्कि व्यापारिक छवि खराब करने का प्रयास भी होटल मालिक की ओर से किया जा रहा है। बताया कि इससे पहले गौरव जैन व महेश जैन कई ग्राहकों को गुमराह कर शादी पार्टी की बुकिंग कैंसल कराते हुए लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान पहुंचा चुके हैं। जबकि होटल में कार्यक्रम को लेकर कोई विवाद या संकट की स्थिति नहीं है। कोर्ट से उन्हें स्टे आदेश मिला हुआ है। यह भी बताया कि आरोपियों के खिलाफ शिकायत पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की जा रही है। जल्द न्याय नहीं मिलता है तो कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा या फिर संबंधित विभाग के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।