हरिद्वार

स्पा सेंटरों की आड़ में अनैतिक कार्यों का हब बन रही शिक्षानगरी, कुकुरमुत्ता की तरह खुल गए मसाज पार्लर..

पुलिस की इक्का-दुक्का कार्रवाई के चलते नहीं लग पा रही लगाम, बाहरी छात्रों का भविष्य दांव पर..

पंच👊नामा
रुड़की: स्पा सेंटरों से संचालित होते अनैतिक कारोबार पर पुलिस भले ही शिकंजा कसने का दावा कर रही हो, लेकिन शिक्षानगरी में स्पा सेंटरों में हो रही लगातार बढ़ोतरी पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा रही है।

फाइल फोटो

महानगर में स्पा सेंटरों की बढ़ती संख्या युवाओं के भविष्य के लिए भी चिंताजनक है। पिछले दिनों पुलिस कार्रवाई से स्पा सेंटरों में काफी कमी देखने को मिली थी। लेकिन प्रभावी कार्रवाई ना होने के कारण एक बार फिर स्पा सेंटरों की भरमार होती दिखाई पड़ने लगी है। जिससे स्थानीय युवाओं के साथ-साथ बाहर से शिक्षा हासिल करने आए छात्रों का भविष्य भी दांव पर है।शिक्षानगरी के नाम से विख्यात रुड़की शहर में कुकुरमुत्तों की तरह जगह-जगह स्पा सेंटर संचालित होना शुरू हो गए है। इन स्पा सेंटरों पर पुलिस कई बार अनैतिक कार्य पकड़ चुकी है। हाल ही में हरिद्वार पुलिस ने कई स्पा सेंटरों पर छापेमारी कर मसाज पार्लरों की हकीकत से पर्दा उठाया है। लेकिन पुलिस कार्रवाई को ठेंगा दिखाते कुछ बेखौफ स्पा सेंटर संचालक इस कार्य मे लगातार व्रद्धि कर रहे है।

फाइल फोटो

रुड़की में कई जगह स्पा सेंटर (मसाज पार्लर) खुल चुके है, जबकि कुछ जगह स्पा सेंटर खुलने की तैयारी चल रही है। सूत्र बताते है कि मसाज पार्लर की आड़ में देहव्यापार का धंधा जोरो पर चलता है, इस काम मे बाहरी प्रदेशों की लड़कियों का इस्तेमाल किया जा रहा है, और लड़कियों को गलत कामों में धकेला जा रहा है। इसके साथ ही मसाज पार्लरों के नियमों को ताख पर रखते हुए बिना आईडी, पुरूषों की मसाज महिलाओं से कराई जा रही है। जबकि मसाज सेंटर के नियमों में साथ साथ है कि

फाइल फोटो

पुरुषों की मालिश सिर्फ पुरुष और महिलाओं की मालिश सिर्फ महिलाएं ही करेंगी। पुरुष और महिलाओं के लिए सेंटर में अलग अलग एंट्री गेट होंगे। ग्राहकों के फोन नंबर सहित सारी डिटेल रजिस्टर में दर्ज करनी होगी। इसके साथ ही अन्य नियम भी है जिनका इन स्पा सेंटरों पर कोई पालन नही किया जाता। बहरहाल रुड़की शहर देशभर में शिक्षा को लेकर अपनी अलग पहचान रखता है, ऐसे में दूर दराज से युवा शिक्षा ग्रहण करने रुड़की आते है। इन स्पा सेंटरों की भरमार युवाओं के भविष्य के लिए चिंता का विषय हैं।

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