“हरिद्वार में SDRF की सतर्क तैयारी: कांवड़ मेला 2025 से पूर्व संवेदनशील घाटों का निरीक्षण, आपदा प्रबंधन को लेकर दिशा-निर्देश जारी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: आगामी श्रावण कांवड़ मेला 2025 के मद्देनज़र उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) द्वारा सुरक्षा और आपदा प्रबंधन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की दिशा में अहम कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में SDRF सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने हरिद्वार के प्रमुख घाटों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।पुलिस महानिरीक्षक, SDRF अरुण मोहन जोशी के निर्देश पर हुए इस निरीक्षण अभियान के दौरान कांगड़ा घाट, बैरागी घाट, प्रेमनगर घाट समेत कई संवेदनशील घाटों का भौतिक भ्रमण किया गया। इन घाटों पर कांवड़ मेले के दौरान उमड़ने वाली भारी भीड़ व संभावित आपात स्थितियों को ध्यान में रखते हुए SDRF ने सुरक्षा उपायों की रूपरेखा तैयार की है।
निरीक्षण के दौरान सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने घाटों पर फ्लड रेस्क्यू उपकरणों से लैस SDRF टीमों की तैनाती के निर्देश दिए, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में राहत और बचाव कार्य तत्काल शुरू किया जा सके। साथ ही, सुरक्षा तंत्र को और प्रभावी बनाने के लिए संवेदनशील स्थलों पर विशेष निगरानी बनाए रखने पर बल दिया गया।
इसके अलावा, बीते वर्षों में बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील लक्सर क्षेत्र का भी निरीक्षण किया गया। मानसून की संभावित गतिविधियों और पूर्व में घटित घटनाओं के आधार पर लक्सर पोस्ट पर तैनात SDRF टीम को अतिरिक्त सतर्कता बरतने, आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने व नियमित निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए गए।
निरीक्षण के दौरान सेनानायक ने लक्सर में SDRF पोस्ट के निर्माण के लिए आवंटित भूमि का भी स्थलीय मुआयना किया, ताकि भविष्य में SDRF की स्थायी उपस्थिति और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।