
पंच👊नामा
रुड़की: निकाय चुनाव के मद्देनज़र प्रत्याशी अपनी दावेदारी को लेकर पूरी ताकत झोंक रहे हैं। राजनीतिक दलों के उम्मीदवार जहां अपने एजेंडे और विकास योजनाओं के दम पर मैदान में हैं, वहीं निर्दलीय उम्मीदवार भी पीछे नहीं हैं। रामपुर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार मौ. जुल्फिकार ने अपनी मजबूत दावेदारी पेश कर इस चुनावी जंग को और रोचक बना दिया है।
मौ. जुल्फिकार क्षेत्र में समाजसेवा के लिए पहचाने जाते हैं। उनका कहना है कि वह राजनीति में नहीं, बल्कि जनसेवा में विश्वास रखते हैं।
उन्होंने अपने कार्यों से जनता के बीच एक अलग पहचान बनाई है। हाल ही में उन्होंने 21 निर्धन कन्याओं का अपने निजी खर्चे पर विवाह कराकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
यह कदम न केवल उनके संवेदनशील व्यक्तित्व को दर्शाता है, बल्कि उनके समाजसेवी दृष्टिकोण को भी उजागर करता है।
जुल्फिकार की पहचान एक ऐसे शख्स के रूप में है जो हर धर्म और वर्ग को साथ लेकर चलते हैं। हाल ही में सम्पन्न कांवड़ मेले के दौरान उन्होंने कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा कर आपसी सौहार्द का संदेश दिया था।
इस कदम ने उन्हें हर वर्ग के बीच लोकप्रिय बना दिया। इसके अलावा, क्षेत्र में विभिन्न समस्याओं को हल कराने के लिए वह हमेशा आगे रहते हैं। सड़क, पानी, बिजली जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा कराने में उनकी सक्रिय भूमिका रही है।
चुनावी मैदान में उतरने के बाद जुल्फिकार क्षेत्रवासियों के सुख-दुख में साथ खड़े होने और उनकी समस्याओं का समाधान अपने निजी खर्चे पर कराने के वादे के साथ प्रचार कर रहे हैं।
जनता के बीच उनकी यह छवि उन्हें चुनाव में मजबूत आधार दे रही है। जुल्फिकार का कहना है कि वह राजनीति में जनता के सेवक के रूप में काम करने आए हैं, न कि किसी स्वार्थ के लिए।
रामपुर क्षेत्र में जुल्फिकार की सक्रियता और उनके कार्यों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि चुनावी मुकाबला दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण होने वाला है। अब देखना यह होगा कि जनता जुल्फिकार के कार्यों और विचारों पर कितना भरोसा करती है।