पंच👊नामा
पिछली सरकार में हरीश रावत के बाएं हाथ के तौर पर कामकाज संभालने वाले रणजीत रावत का पत्ता साफ करने के लिए दूसरा गुट लामबंद हो गया है। रणजीत रावत का टिकट फाइनल होने की चर्चाओं के बीच एक पूर्व मंत्री समेत तीन दावेदारों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को रामनगर सीट से लड़ाने की पैरवी की है। वहीं कांग्रेस की पहली सूची शनिवार को जारी होने की उम्मीद है। टिकटों की जंग को देखते हुए सूची आने पर दावेदारों और उनके समर्थकों के बीच सिर फुटौव्वल होनी तय मानी जा रही है।
हरीश रावत सरकार में डबल आर के नाम से मशहूर रणजीत रावत का सिक्का जमकर चला। हरिद्वार के खनन बाहुल्य क्षेत्र से लेकर देहरादून में बैठे आला अफसरों के दफ्तरों तक रणजीत के एक इशारे पर लाखों-करोड़ों के काम होते थे। लेकिन लंबे समय से हरदा और रणजीत के बीच छत्तीस का आंकड़ा चला आ रहा है। रामनगर विधानसभा सीट से रणजीत रावत का टिकट फाइनल होने की चर्चाओं के बीच यहां से टिकट के प्रमुख दावेदार पूर्व राज्य मंत्री पुष्कर दुर्गापाल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी व महिला जिलाध्यक्ष आशा बिष्ट ने पार्टी हाईकमान को पत्र भेजकर अपनी जगह हरीश रावत की दावेदारी पक्की करने की मांग की है। तीनों का कहना है कि यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री के लिए बेहद उपयुक्त और जिताऊ है। दूसरी तरफ रणजीत रावत दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। जानकार बताते हैं कि रणजीत रावत चुनाव जीतकर सरकार में आते हैं तो कांग्रेस के लिए बड़े गेमचेंजर की भूमिका में रहेंगे और किसी भी उलटफेर की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। हरदा गुट को यही डर सता रहा है। वही कांग्रेस में टिकट की पहली सूची शनिवार को जारी होने की चर्चाएं बनी हुई हैं हालांकि आला नेता भी इस पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन हरिद्वार शहर से लेकर ज्वालापुर व लक्सर समेत देहात की कई सीटों पर कांग्रेस में टिकट को लेकर जिस तरीके से रस्साकशी चल रही है, उससे यह साफ है कि सूची जारी होने पर दावेदारों और उनके समर्थकों के बीच जूतम पैजार होगी।