पंच👊नामा
रुड़की: जमीन पर कब्जे को लेकर हुए विवाद में पुलिस पर दबाव बनाने के लिए एक आरोपी ने कोतवाली में हाईवोल्टेज ड्रामा कर डाला। आरोपी ने महिला डेस्क पर लगे कांच को तोड़ डाला और सबके सामने अपने कपड़े उतार कर निर्वस्त्र हो गया। जिससे कोतवाली में मौजूद महिलाओं और महिला पुलिसकर्मियों को शर्मिंदगी उठानी पड़ी। रुड़की गंगनहर कोतवाली में सामने आए इस मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस कप्तान प्रर्मेंद्र डोबाल ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिस पर पुलिस ने तत्काल प्रभाव से मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। दांव उल्टा पड़ने पर इमोशनल कार्ड खेलते हुए बच्चों के माध्यम से वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कराया जा रहा है। इस पर भी पुलिस कड़ी नजर रखे हुए है।
———————————————
“ये था पूरा मामला…….
24 दिसम्बर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के शिकायत प्रकोष्ठ से प्राप्त एक प्रार्थना पत्र के आधार पर गंगानगर कोतवाली की एक पुलिस टीम शिकायतकर्ता आकाश यादव निवासी ग्राम 354 गणेशपुर रूडकी के घर पहुंची। शिकायतकर्ता ने बताया कि अरूण यादव व उसकी पत्नी आशा यादव ने भूमि पर अवैध कब्जा व निर्माण कार्य किया और उसके साथ मारपीट कर घायल कर दिया है।
जिस पर पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया। कोतवाली में मामले की जानकारी लेने पर अरूण यादव एकदम उग्र हो गया और ऊंची आवाज में पुलिसकर्मियों से बहस करते हुए अभद्र व्यवहार करने लगा। अचानक हुए इस घटनाक्रम पर थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने अरुण यादव को समझाने व रोकने का प्रयास किया। इस पर वह आपा खो बैठा और हंगामा करते हुए महिला डेस्क पर लगे कांच के शीशे को हाथ मारकर तोड़ दिया। समझाने के लिए पास आ रहे पुलिसकर्मियों को चेताते हुए थाना परिसर में ही एकदम से निर्वस्त्र हो गया। जिससे महिला डेस्क में मौजूद महिला कर्मचारी समेत अन्य फरियादी महिलाएं असहज हो गई। शर्मिंदगी महसूस करते हुए महिलाएं इधर-उधर चली गईं।
——————————————–
एसएसपी ने गंगनगहर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह को इस पूरे मामले में प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए। जिस पर अमर्यादित कृत्य करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, महिला डेस्क में तोड़फोड़, लोक सम्पति का नुकसान तथा महिला फरियादियों, कर्मचारियो की लज्जा का अनादर करते हुए अपना अंग विक्षेप करने के आरोप में धारा 186,509,353,332 व 2/3 लोक संपत्ति निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया।
जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। साथ ही शिकायतकर्ता आकाश यादव की तहरीर पर भी आरोपी अरूण यादव के विरूद्ध धारा 323,331,504,506 आईपीसी पंजीजीकृत किया गया।
————————————————
“अब चला इमोशनल कार्ड……
इस पूरे मामले को दूसरा रूप देने के लिए जेल गए शातिर अरुण यादव ने अपने परिवार के नाबालिग बच्चों के माध्यम से सोशल मीडिया पर अब एक वीडियो वायरल करवाया जा रहा है। जिसमें आरोप लगाया जा रहा है कि आकाश यादव ने पुलिस के साथ मिलकर उसके मूलभूत अधिकारों का हनन करते हुए उसके साथ गलत किया है।