कांवड़ मेले में अनुभवी अफसरों का टोटा, नए चेहरों के भरोसे कैसे पार लगेगी नैय्या..
यात्रा सीजन में नजर आ गया अव्यवस्थाओं का ट्रेलर, कांवड़ मेले में उमड़ेगी करोड़ों की भीड़..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तर भारत के बड़े मेलों में शुमार कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार आसार ठीक नज़र नहीं आ रहे हैं। जिले में पुलिस महकमे में अनुभवी अफसरों की कमी साफ तौर पर झलक रही है।

यात्रा सीजन में हफ्ते में चार दिन यातायात व्यवस्था बेहाल होने पर अव्यवस्थाओं का ट्रेलर साफ नजर आ चुका है। ऐसे में सवाल यह है कि बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाला कांवड़ मेला आखिर कैसे सकुशल संपन्न होगा।

कावड़ मेले में व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी भले ही जिला प्रशासन की होती है, लेकिन मेला संपन्न कराने का पूरा दारोमदार पुलिस महकमे के कंधों पर होता है। हरिद्वार पुलिस में इस समय कई नए चेहरे तैनात हैं, जिन्होंने “चार्ज” पर रहकर कांवड़ मेला ड्यूटी नहीं की है।

इक्का-दुक्का अफसर नया हो तो बात निभ जाती है, लेकिन फिलहाल जिले में नए चेहरों की लंबी लाइन है। खासतौर पर कई महिला अधिकारी पहली बार कांवड़ मेला ड्यूटी का सामना करेंगी। सिटी सर्किल की जिम्मेदारी संभाल रही सीओ जूही मनराल के क्षेत्र में हरिद्वार कोतवाली जहां पूरा मेला भरता है, वहीं कनखल क्षेत्र में बैरागी कैंप जैसी विशाल पार्किंग है, जिसकी व्यवस्था करने में हर साल पसीने छूट जाते हैं।

संवेदनशील रुड़की सर्किल में सीओ पल्लवी त्यागी व कोतवाली सिविल लाइंस रुड़की में भी प्रशिक्षु आईपीएस निहारिका तोमर तैनात हैं। गंगनहर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर बीएल भारती का हरिद्वार में बतौर कोतवाल पहला चार्ज है। इनके लिए भी कांवड़ मेला किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।

हो सकता है इनमें से कुछ अधिकारियों ने पूर्व में कांवड़ मेले में कभी ड्यूटी की हो, लेकिन चार्ज पर रहकर कांवड़ मेला संपन्न अपने आप में बड़ी बात है। देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस महकमा पूर्व में तैनात रहे अधिकारियों की मदद लेता है या फिर नए चेहरे ही कांवड़ मेले में जूझते नजर आएंगे। कुल मिलाकर नई टीम के सहारे कांवड़ मेले की नैया पार लगाने की तैयारी है।