हरिद्वार

“दर्द से राहत की ओर: प्रेस क्लब रुड़की के निवर्तमान अध्यक्ष दीपक शर्मा की रीढ़ की हड्डी का सफल ऑपरेशन, न्यूरोसर्जन डॉ. रोहित कुमार ने दिखाया चमत्कार..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कभी-कभी इंसान का हौसला और एक डॉक्टर की विशेषज्ञता मिलकर वो करिश्मा कर जाते हैं, जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल होता है। कुछ ऐसा ही हुआ प्रेस क्लब रुड़की के निवर्तमान अध्यक्ष दीपक शर्मा के साथ, जो पिछले लंबे समय से कमर दर्द की गंभीर समस्या से जूझ रहे थे। जब दर्द असहनीय हो गया और दवाइयों ने भी असर करना बंद कर दिया, तब आख़िरकार रीढ़ की हड्डी के ऑपरेशन का फैसला लिया गया।लेकिन किस्मत ने उनका साथ दिया, और इलाज के लिए उन्हें मिला ज्वालापुर स्थित भूमानन्द अस्पताल के मशहूर न्यूरोसर्जन डॉ. रोहित कुमार का कुशल मार्गदर्शन। न्यूरो विज्ञान में विशेषज्ञता रखने वाले डॉ. रोहित न सिर्फ़ एक नामचीन डॉक्टर हैं, बल्कि अपने मधुर व्यवहार, सटीक निदान और मरीज़ों के प्रति संवेदनशीलता के लिए भी जाने जाते हैं।
————————————–करीब साढ़े तीन घंटे चला ऑपरेशन, जिसमें डॉ. रोहित कुमार और उनकी टीम ने अत्यंत निपुणता से दीपक शर्मा की रीढ़ की हड्डी की सर्जरी को अंजाम दिया। ऑपरेशन के बाद डॉ. रोहित ने बताया कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से सफल रही है और दीपक शर्मा अब तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि “दीपक जी का हौसला और विश्वास काबिले-तारीफ था। हमें विश्वास है कि वे बहुत जल्द सामान्य जीवन में लौट आएंगे।”
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अस्पताल में शुभकामनाओं का लगा तांता….
दीपक शर्मा के ऑपरेशन की खबर फैलते ही उनके शुभचिंतकों, पत्रकार साथियों, मित्रों और जानने वालों का अस्पताल में तांता लग गया। कई लोग खुद अस्पताल पहुंचे, तो कई फोन पर उनका हालचाल लेते रहे। हर किसी की जुबां पर बस यही दुआ थी – “दीपक जी जल्द ठीक हों और पहले की तरह फिर सक्रिय दिखें।”
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बेटे रूद्राक्ष की मेहनत ने दिल छू लिया……इस मुश्किल वक्त में दीपक शर्मा के बेटे रूद्राक्ष ने भी पूरी जिम्मेदारी के साथ पिता का साथ निभाया। अस्पताल के हर छोटे-बड़े काम से लेकर मानसिक सहयोग तक, रूद्राक्ष की मेहनत और लगन ने सबका दिल जीत लिया। दीपक शर्मा ने खुद भावुक होते हुए कहा, “मेरे बेटे ने मेरे लिए जो किया, वो मैं शब्दों में नहीं कह सकता। आज वो सिर्फ मेरा सहारा नहीं, मेरी ताकत भी है।”
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डॉ. रोहित कुमार की तारीफ में दीपक शर्मा बोले……“डॉ. रोहित एक फरिश्ते से कम नहीं हैं। वो सिर्फ एक डॉक्टर नहीं, एक बेहतरीन इंसान हैं। उनका व्यवहार, उनका आत्मविश्वास और उनके हाथों की सफाई ने मुझे नया जीवन दिया। मैं दिल से उनका शुक्रगुजार हूं। “फिलहाल दीपक शर्मा आराम कर रहे हैं और चिकित्सकों की निगरानी में हैं। अगर सब कुछ ऐसे ही ठीक चलता रहा, तो वे जल्द ही अपने घर लौटकर फिर से पत्रकारिता जगत में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते नजर आएंगे।

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