पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: चुनाव में नेताओं को भले ही केवल अपनी उपलब्धियां गिना रहे हों, मगर जनता को अपनी दुश्वारियां भी याद हैं। हरिद्वार में साल 2018 में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाते हुए बड़े पैमाने पर दुकानों को तोड़ा। जिसका सबसे ज्यादा असर कनखल क्षेत्र में व्यापारियों को झेलना पड़ा। दुकानें टूटने से महीनों तक व्यापार चौपट रहा।
अब चुनाव में कनखल कृष्णा नगर के व्यापारी बाकायदा पोस्टर लगाकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व प्रत्याशी मदन कौशिक से यह सवाल पूछ रहे हैं कि जब हमारी दुकानों पर जेसीबी गरज रही थी और व्यापार चौपट हो गया था उस समय विधायक जी कहां थे।
व्यापारियों ने इस पोस्टर में बाकायदा जेसीबी से दुकानें टूटने के फोटो भी लगाए हैं। हालांकि विधायक जी सेंधमारी करने में माहिर हैं और नाराजगी के चलते व्यापारियों को कांग्रेस के पक्ष में जाता देख गुरुवार को व्यापारियों के एक गुट के अपने पाले होने का दावा किया है।
लेकिन कनखल कृष्ण नगर के व्यापारियों ने पोस्टर बैनर लगाकर सवाल पूछते हुए नेताजी के दावों की ना सिर्फ हवा निकाल दी है, बल्कि उनकी गलतफहमी भी दूर कर दी है। व्यापारियों के तेवर से साफ है कि वह इस चुनाव में साल 2018 का हिसाब-किताब चुकता करने की तैयारी में हैं।
वहीं, महापौर अनीता शर्मा के प्रतिनिधि अशोक शर्मा ने रोडवेज बस अड्डा ज्वालापुर शिफ्ट करने का मुद्दा उठाते हुए व्यापारियों को एक और पुरानी समस्या की याद दिला दी है। दौरान अशोक शर्मा समेत कांग्रेसियों ने ही रोडवेज बस अड्डे को ज्वालापुर शिफ्ट करने का विरोध किया था। भारी विरोध के चलते सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा था।
यह दोनों मुद्दे व्यापारियों को मदन कौशिक से कोसों दूर कर सकते हैं ऐसा खतरा खुद उनके अपने और करीबी लोग भी जता रहे हैं। यही वजह है कि डैमेज कंट्रोल का प्रयास शुरू हो चुका है। बैठकों और निजी तौर पर व्यापारी नेताओं से मुलाकात का सिलसिला भी चालू है। देखने वाली बात यह होगी कि इस चुनाव में हरिद्वार के व्यापारियों की नाराजगी क्या रंग दिखाती है।