
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: रिलायंस ज्वैलरी शोरूम की डकैती में देहरादून पुलिस ने बिहार से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर उत्तराखंड लाया जाएगा। वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीम मध्य प्रदेश व बिहार सहित देश के अलग-अलग राज्यों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं।

पुलिस कप्तान अजय सिंह खुद पुलिस टीमों के साथ लगातार जुड़े हुए हैं और पल-पल की अपडेट लेते हुए निर्देशित कर रहे हैं। वहीं, हरियाणा की अलग-अलग जिलों में बंद सुबोध गैंग के दो बदमाशों ने पूछताछ में कहीं चौंकाने वाले राज उगले हैं। जिसे पुलिस को फरार चल रहे बदमाशों को दबोचने में काफी मदद मिलेगी। पूरी संभावना है कि बदमाशों के गिरेबान तक देहरादून पुलिस के हाथ पहुंचने ही वाले हैं।
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देहरादून में राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में हुई लूट की घटना के बाद पुलिस चेकिंग के चलते बदमाश 02 मोटरसाइकिलों व आर्टिगा कार को सेलाकुई क्षेत्र में छोड़ भागे थे। पुलिस ने मशक्कत के बाद गैंग को चिन्हित कर लिया है। छानबीन में पता चला है कि गैंग ने पूर्व में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उड़ीसा व अन्य प्रान्तों में भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दिया है।

गैंग सुनिश्चित तरीके से कई महीनो पूर्व से ही घटना की प्लानिंग करते हुए घटनास्थल की भली भांति रैकी करने के बाद घटना को अंजाम देता है। पूर्व में महाराष्ट्र, बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान आदि राज्यों में भी गैंग ने इसी मोडस ऑपरेंडी से घटनाओं को अंजाम दिया है।
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“घटनाओं के दौरान पोर्टेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल….

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अभी तक की जांच में गैंग के बारे में कई सनसनीखेज जानकारी हासिल हुई हैं। कटनी तथा लातूर,सांगली में भी हुई इसी प्रकार की घटनाओं की जानकारी के लिए भेजी गई टीमों को पता चला है कि घटना करने के दौरान पोटेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया जाता था, जिससे मौके पर कोई सेंसर ट्रिगर ना हो पाए और ना ही कोई फोन कॉल हो पाए। कटनी (मध्य प्रदेश) व सांगली (वेस्ट बंगाल)की घटनाओं में भी गैंग ने पोर्टेबल सिगनल जैमर का इस्तेमाल किया है।
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“चोरी और OLX से खरीदी गाड़ियों का करते थे इस्तेमाल….

घटनाओं को अंजाम देने के लिए या तो चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता था या फर्जी आईडी पर OLX से गाड़ियां खरीद कर उन गाड़ियों से घटनाओं का अंजाम दिया जाता था। देहरादून में हुई घटना में चोरी की वाहनों का इस्तेमाल किया गया था। जबकि लातूर व कटनी में OLX के माध्यम से फर्जी आई0डी0 पर गाड़ियां खरीदी गई थी। इतना ही नहीं, घटनाओं के दौरान आपस में संपर्क करने के लिए बदमाशों ने पश्चिम बंगाल व बिहार की फर्जी आईडी पर सिम ख़रीदे थे, जिन्हें घटना करने के बाद नष्ट कर दिया गया।
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“बिहार से कंट्रोल हुई देहरादून की घटना…..
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बिहार के वैशाली में दून पुलिस को बदमाशों के (operational secret hideout हाउस)के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। जिसे गैंग ( hideout control) के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। देहरादून घटना के शामिल बदमाशों ने भी यही से कंट्रोल किया जा रहा था, घटना को अंजाम देने से पूर्व बदमाश इसी जगह पर एकत्रित हुए थे तथा यही से अपने टास्क के लिए रवाना होते थे।

टास्क पूरा करने के बाद बदमाश पुनः उसी पूर्व निर्धारित कंट्रोल हाईड आउट हाउस में ही मिलते थे और उसके बाद आगे की रणनीति तय करते थे। पुलिस ने वैशाली में हाईड आउट हाउस में दबिश देकर देहरादून की घटना में शामिल बदमाशों के महत्वपूर्ण साक्ष्यों को बरामद किया गया है, इसी सीक्रेट हाइड आउट हाउस में टास्क देने के साथ-साथ गैंग के सदस्यों को हथियार, पैसे व गाड़ियों की जानकारी व सिमकार्ड और मोबाइल, कपड़े सभी सामान उपलब्ध कराया जाता था।

घटना के समय बदमाशों को की जाने वाली फंडिंग के संबंध में भी पुलिस टीम को काफी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। पता चला है कि गैंग सरगना जेल के अंदर से ही पैसे ट्रांसफर करवाता था। देहरादून में घटित घटना से पूर्व भी घटना में शामिल बदमाशों के खातों में पैसों का ट्रांजैक्शन होना पाया गया है।
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“नजीबाबाद से खरीदे कपड़े…..

बदमशोम ने हरिद्वार के गेस्ट हाउस में रुकने के दौरान जो कपड़े घटना के दौरान पहने थे, वह नजीबाबाद के एक स्टोर से खरीदे जाने की जानकारी मिली है। नजीबाबाद से भी पुलिस टीम को ठोस सबूत मिले है। साथ ही अंबाला में गिरफ्तार अभियुक्त रोहित जो वेस्ट बंगाल की घटना में शामिल अभियुक्तों को फंडिंग कर रहा था।

वही कनेक्शन बिहार में दून पुलिस के हत्थे चढ़े अमृत के मोबाइल से बरामद हुआ है, साथ ही विशाल कुमार को भी लॉजिस्टिक मुहैया कराने और घटना के साक्ष्य जैसे घटना के दौरान पहने कपड़े, टोपी आदि के साथ षड्यंत्र में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया है। विशाल गैंग के सदस्यों को वर्चुअल फोन प्रोवाइड करवाता था जिससे गैंग के सदस्यों का लोकेशन ट्रेस करना काफी मुश्किल था।

8 नवंबर को यमुनानगर ज्वेलरी शॉप पर पांच बदमाशो ने हथियारों के बल पर शॉप लूटने की कोशिश की थी पर दुकान वालों की समझदारी से घटना करने में नाकाम रहे ,चार बदमाश भाग गए व एक बदमाश पवन को दुकानदारों ने हथियार सहित पड़कर पुलिस के हवाले किया, जिसने पूछताछ पर बताया की उनका गैंग दो माह पहले से यमुनानगर के पास मकान किराए पर लेकर रह रहा था।
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“यमुनानगर में फेल हुई घटना….
गैंग ने 8 नवम्बर को यमुनानगर में भी घटना करने का प्रयास किया, लेकिन फेल हो गेऔर पकड़े गए। यहां बदमाश 03 मोटरसाइकिल में आए थे। 04 बदमाश 02 मोटरसाइकिल लेकर भाग गए। गिरफ्तार पवन ने बताया की सुबोध गैंग के सक्रिय सदस्य ही देहरादून में घटना करने आये थे। जिनके बारे में पूछताछ में अहम सुराग दून पुलिस को मिले है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बिहार में गिरफ्तार हुए दोनों आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड न्यायालय से लिया जायेगा।