
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ज्वालापुर क्षेत्र से एक हफ्ते पहले अपने-अपने प्रेमियों संग लापता हुई दोनों विवाहिताएं आखिरकार दिल्ली से बरामद कर ली गईं। हैरान करने वाली बात यह रही कि इनमें से एक विवाहिता का प्रेमी दिव्यांग है, जो चल-फिर भी नहीं सकता। दोनों महिलाएं अपने बच्चों को भी साथ ले गई थीं। पुलिस जब उन्हें कोतवाली लाई तो उन्होंने प्रेमियों संग रहने की जिद ठान ली। हालांकि, समझाने-बुझाने के बाद दोनों को उनके पतियों के सुपुर्द कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, ज्वालापुर क्षेत्र में अगल-बगल रहने वाली दो विवाहिताएं बीते सप्ताह संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घरों से लापता हो गई थीं। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं लगा तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। जांच में पता चला कि पड़ोस में ही रहने वाले दो युवक उन्हें बहला-फुसलाकर दिल्ली ले गए हैं। दोनों महिलाएं अपने तीन छोटे बच्चों को भी साथ ले गई थीं।
सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब पता चला कि एक विवाहिता का प्रेमी दिव्यांग है। युवक के दोनों पैर खराब हैं और वह चल-फिर भी नहीं सकता। युवक के परिजनों ने विवाहिता पर आरोप लगाया कि वह दिव्यांग को जबरन अपने साथ ले गई है। पुलिस ने जब दिल्ली से दोनों महिलाओं को बरामद कर हरिद्वार लाकर कोतवाली में बैठाया, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वे अब अपने प्रेमियों के साथ ही रहेंगी। दोनों ने बच्चों को भी साथ रखने की जिद की।
कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि काउंसलिंग के दौरान महिलाओं को समझाया गया कि जिन युवकों के साथ वे रहना चाहती हैं, उनमें से एक पूरी तरह दिव्यांग है और खुद अपने परिजनों पर निर्भर है। दूसरा युवक भी बेरोजगार है। ऐसे में उनके और बच्चों के भविष्य का क्या होगा, इसका जवाब किसी के पास नहीं था।
काफी देर तक चली बातचीत और काउंसलिंग के बाद आखिरकार दोनों महिलाएं मान गईं और अपने-अपने पतियों के साथ लौट गईं। दोनों ने अभी तक अपने पतियों से तलाक नहीं लिया था, इसीलिए पुलिस ने उन्हें कानूनी तौर पर पतियों के हवाले किया। इस अनोखी प्रेम कहानी को लेकर ज्वालापुर क्षेत्र में दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। खासतौर पर दिव्यांग प्रेमी को लेकर लोग तरह-तरह की बातें करते नजर आए।