
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एक बेरोजगार युवक को नौकरी दिलाने के नाम तीन बार धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पहले सरकारी प्राइमरी स्कूल में नौकरी लगवाने के नाम पर 1.20 लाख रुपये ठगे गए और बाद में भर्ती रद्द बता दी गई। इसके बाद एक दूसरे सरकारी नौकरी की ट्रेनिंग के नाम पर 40 हजार रुपए ऐंठने के बाद भर्ती को रद्द दिखा दिया। तीसरी बार कोर्ट में क्लर्क की नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए ठगे गए। बार-बार ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने आम ज्वालापुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।

पुलिस के मुताबिक, ज्वालापुर के मोहल्ला घोसियान निवासी आमिर पुत्र इफ्तखार अहमद ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि अब्दुल कादिर पुत्र साजिद निवासी जैतपुर लक्सर से उसकी मुलाकात दिसम्बर 2020 में हुई थी।

कादिर ने प्राईमरी स्कूल में नोकरी लगवाने के नाम पर 1 एक लाख 20 बीस हजार रुपये ले लिए। कुछ दिन बाद इस भर्ती को रद्द बताकर पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद आरोपी ने दूसरी नौकरी का झांसा दिया। इसके लिए ट्रेनिंग के बहाने लखनऊ ले गया। वहां ट्रेनिंग के नाम पर 40 हजार रुपये लिए। कुछ दिन बाद इस नौकरी को भी रद्द बता दिया।

इसके बाद हरिद्वार कोर्ट में कलर्क की पोस्ट पर लगवाने का झांसा दिया और सौरभ बरवाल पुत्र रेशम सिंह निवासी लोधीवाला से मुलाकात कराते हुए दो लाख रुपये और देने की मांग की। कोर्ट का ज्वाईनिग लैटर भी भेजा।

लेकिन आरोपियों ने नौकरी नहीं लगवाई और रकम भी वापस नहीं की। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।