
पंच👊नामा
पिरान कलियर: पंचायत चुनाव का अखाड़ा पूरी तरह से सज चुका है। चुनावी बिगुल बजते ही प्रत्याशी अपनी आस्तीनें चढ़ाकर मैदान में उतरे हुए हैं। हर कोई अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को लुभाने में जुटा है। हालांकि, इस बार वार्ड नंबर 1 सबसे ज्यादा चर्चा में है, जहां दो मजबूत उम्मीदवारों के बीच सीधी टक्कर ने चुनावी माहौल को रोमांचक बना दिया है।इस वार्ड में निवर्तमान सभासद परवेज मलिक और निर्दलीय उम्मीदवार अमजद मलिक के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिल रहा है। दोनों प्रत्याशी पूरी ताकत के साथ अपनी-अपनी चुनावी गोटियां सेट करने में लगे हैं। परवेज मलिक कुल्हाड़ी चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में हैं, जबकि अमजद मलिक कैंची चुनाव चिन्ह लेकर वोटरों को लुभा रहे हैं।
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विकास के नाम पर मांगे जा रहे हैं वोट…..वार्ड नंबर 1 में मुद्दा वही पुराना है—विकास। मतदाताओं के दिलों में जगह बनाने के लिए दोनों ही प्रत्याशी विकास के वादों को आगे रखकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। सड़क, पानी, बिजली, और सफाई व्यवस्था जैसे मसले चुनावी चर्चा में प्रमुख हैं। मतदाताओं से संवाद के दौरान, दोनों नेता अपनी-अपनी योजनाओं और उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं।
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चुनावी समीकरण और पारिवारिक समर्थन…..परवेज मलिक को अपने पिछले कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों का सहारा है। उनके पीछे कुछ बड़े और प्रभावशाली परिवारों का समर्थन भी मजबूती से खड़ा है, जो उनकी राह को आसान बना सकता है।
दूसरी ओर, अमजद मलिक भी कम नहीं हैं। उन्हें युवाओं और नए मतदाताओं का भारी समर्थन मिल रहा है। अमजद ने अपने चुनाव प्रचार को आक्रामक शैली में पेश किया है, और यह रणनीति उन्हें फायदा पहुंचा सकती है।
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समर्थकों की फौज कर रही है घर-घर प्रचार…..दोनों उम्मीदवारों के समर्थक घर-घर जाकर अपने-अपने नेता के लिए समर्थन जुटा रहे हैं। प्रचार में जुटे लोगों की मेहनत और जोश ने चुनावी सरगर्मी को और बढ़ा दिया है। समर्थकों का हुजूम दिन-रात मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने में जुटा है। वहीं, दोनों प्रत्याशी वार्ड में ही डेरा डाल चुके हैं और मतदाताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं।
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कौन मारेगा बाजी, फैसला जनता के हाथ….मतदान की तारीख नजदीक है, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वार्ड नंबर 1 में कुल्हाड़ी चलेगी या कैंची काटेगी। मुकाबला इतना करीबी है कि नतीजे का अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो रहा है। हर गुजरते दिन के साथ चुनावी समीकरण बदल रहे हैं, और मतदाताओं की चुप्पी ने प्रत्याशियों की बेचैनी को और बढ़ा दिया है।
पिरान कलियर का यह चुनावी संग्राम न सिर्फ वार्ड नंबर 1 बल्कि पूरे क्षेत्र की राजनीति में एक नई कहानी लिखने को तैयार है। अब देखना यह होगा कि जनता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है और कौन विजयी पताका लहराता है।