“उत्तरकाशी आपदा: रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने एक माह का वेतन, राज्य मंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि ने समर्पित किया तीन माह का मानदेय..
आपदा से व्यथित, जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों ने बढाया मदद का हाथ, मुख्यमंत्री राहत कोष में दी सहायता राशि..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार/देहरादून: उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र सहित पौड़ी जनपद के पाबौ और थलीसैंण में पांच अगस्त को आई भीषण प्राकृतिक आपदा ने समूचे उत्तराखण्ड को झकझोर कर रख दिया है। बादल फटने और भारी बारिश के कारण हुए जानमाल के नुकसान को लेकर प्रदेश भर में शोक की लहर है। आपदा की गंभीरता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों और सामाजिक पदाधिकारियों ने आगे आकर राहत कार्यों के लिए सहायता देने का संकल्प लिया है।
रानीपुर विधायक आदेश चौहान ने उत्तरकाशी में आई इस भीषण आपदा पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में अर्पित किया है। उन्होंने कहा कि यह क्षति अत्यंत पीड़ादायक और व्यथित करने वाली है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि इस कठिन घड़ी में आपदा प्रभावितों के साथ खड़ा हो। विधायक आदेश चौहान ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं राहत कार्यों की पल-पल निगरानी कर रहे हैं। केंद्र व राज्य सरकार की तमाम एजेंसियां तत्परता से राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों में जुटी हैं।
वहीं, पारिस्थितिकीय पर्यटक सलाहकार परिषद उत्तराखण्ड के उपाध्यक्ष व राज्य मंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि ने भी आपदा की विभीषिका से आहत होकर बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने धराली, पाबौ और थलीसैंण क्षेत्र में आई त्रासदी के पीड़ितों की सहायता के लिए अपना तीन माह का मानदेय मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान करने का अनुरोध किया है।
मुख्य वन संरक्षक (पर्यावरणीय पर्यटन एवं प्रचार-प्रसार) को भेजे गए पत्र में जमदग्नि ने लिखा है कि उत्तराखण्ड की यह आपदा अत्यंत पीड़ा दायक है, जिसकी भरपाई असंभव है। लेकिन संकट की इस घड़ी में हर नागरिक को आगे आना चाहिए।
उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य तेज गति से चल रहे हैं और हम सभी का दायित्व है कि उसमें सहयोग करें। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लगातार हो रही कार्रवाई के बीच सरकार और समाज के साझा प्रयासों से राहत की उम्मीदें भी जगी हैं।