
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ज्वालापुर के सराय गांव में बिजली चोरी पकड़ने गई ऊर्जा निगम की विजिलेंस की टीम और ग्रामीणों के बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि धक्का-मुक्की करते हुए उनसे मोबाइल फोन भी छीन लिए गए। इस मामले में एसडीओ ने कांग्रेस नेता मुकर्रम अंसारी सहित आठ आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
ज्वालापुर कोतवाली के एसएसआई प्रदीप तोमर ने बताया कि ऊर्जा निगम की देहरादून से आई एक विजिलेंस टीम बिजली चोरी पकड़ने के लिए सराय गांव गई थी। छापेमारी के दौरान कई घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई। उसी दौरान कांग्रेस नेता मुकर्रम अंसारी के चाचा हाजी कासिम की विजिलेंस टीम से कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर मारपीट तक पहुंच गया। पुलिस ने जैसे तैसे हंगामा शांत कराया। इस मामले में ऊर्जा निगम के एसडीओ अनुज जुड़ियाल की ओर से हाजी कासिम, मुकर्रम अंसारी, मोहम्मद इरशाद, मासूम अली, इखलाक, मुर्सलीन, मुजाहिद व सोनू और 30 अन्य अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी। एसएसआई प्रदीप तोमर ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जो लोग अज्ञात हैं, उनकी पहचान भी जल्द कराई जाएगी। वहीं, हाजी कासिम अली का कहना है कि बिजली चेकिंग के नाम पर गरीबों पर जुल्म किया जा रहा है। बिजली चोरी और टीम के साथ मारपीट के आरोप सरासर झूठ हैं। मेरे घर में मीटर लगा है, न कोई कट लगा है। ऊर्जा निगम के पास कोई वीडियो हो तो दिखाए। वहीं, कांग्रेस नेता मुकर्रम हाशिम अंसारी का कहना है कि आरोप पूरी तरह गलत हैं। यह राजनीतिक साजिश के तहत झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया है। भाजपा के राज में विपक्ष के लोगों को साजिश के तहत फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। जनता सब देख रही है। कांग्रेसी फर्जी मुकदमों से डरने वाले नहीं है, जनता के हितों की लड़ाई लगातार लड़ी जाएगी।