पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: जैसे-जैसे टिकट घोषित होने का समय नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे दावेदारों की लामबंदी भी तेज होती जा रही है। ज्वालापुर विधानसभा से एसपी सिंह इंजीनियर का टिकट कटवाने के लिए ग्राम प्रधानों का एक प्रतिनिधिमंडल हरीश रावत से मिलने देहरादून पहुंचा। प्रधानों का कहना था कि किसी स्थानीय को टिकट दिया जाए। इस पर हरीश रावत ने पूछा कि क्या स्पेशल क्षेत्र में नहीं आते हैं। ग्राम प्रधानों ने ना में जवाब दिया जिस पर हरीश रावत का कहना था कि एसपी सिंह की “डेंटिंग पेंटिंग कर भेजेंगे। लेकिन ग्राम प्रधानों का कहना था कि उन्हें लोकल उम्मीदवार ही चाहिए। प्रधानों ने टिकट मांग रहे भूप सिंह और रोशन लाल का नाम भी सुझाया।
गौरतलब है कि ज्वालापुर सीट से पिछला चुनाव लड़ चुके एसपी सिंह इंजीनियर पर बाहरी होने का आरोप लगता आया है। दिल्ली बैठे हाईकमान से अच्छी पहचान होने के चलते एसपी सिंह इंजीनियर हर चुनाव में टिकट जा सकने में कामयाब हो जाते हैं। लेकिन इस बार ज्वालापुर सीट से 10 से ज्यादा स्थानीय नेताओं ने टिकट का दावा ठोका हुआ है। जिससे मुद्दा लोकल बनाम बाहरी होने के चलते एसपी सिंह इंजीनियर के लिए चुनौती कम नहीं है। इसकी बानगी ग्राम प्रधानों के एक दल के हरीश रावत से मिलने पर सामने आई। ग्राम प्रधानों का कहना था कि उन्हें लोकल उम्मीदवार चाहिए। जो उनके सुख दुख में साथ दे। इस पर हरीश रावत ने एसपी सिंह इंजीनियर को लेकर उनकी राय पूछी। ग्राम प्रधान एसपी सिंह के बजाय भूप सिंह या रोशन लाल के टिकट पर जोर देते रहे। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। खास बात यह है कि इस वीडियो में हरीश रावत आखिर तक भी एसपी सिंह इंजीनियर की पैरवी करते दिख रहे हैं। हालांकि ग्राम प्रधानों के पीछे न हटने पर वह कांग्रेस के लिए काम करने की नसीहत देते नजर आ रहे हैं।