हरिद्वार

महिला को धकियाते एसओ की वायरल वीडियो से उत्तराखंड पुलिस की फजीहत..

सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले प्रदेश पुलिस के मुखिया से सवाल पूछ रहे लोग..

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पंच👊नामा
सुल्तान, हरिद्वार: सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे श्यामपुर एसओ अनिल चौहान के एक वीडियो ने पूरी उत्तराखंड पुलिस की फजीहत करा दी है। इस वीडियो में थानाध्यक्ष गुस्से में एक महिला को लाठी से धकियाते नजर आ रहे हैं।

पुलिस के रवैय्ये को लेकर विपक्ष ने सड़क से सदन तक मुद्दा बना लिया है। वहीं, आम लोग सोशल मीडिया पर सवाल उठा रहे हैं कि मित्रता, सेवा सुरक्षा को चरितार्थ करने वाली उत्तराखंड पुलिस का महिलाओं के साथ यह कैसा व्यवहार है।
एक तरफ सोशल पुलिसिंग को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले प्रदेश पुलिस के मुखिया अशोक कुमार पुलिस की छवि को चमकाने में कोई मौका नहीं छोड़ते, दूसरी तरफ एक एसओ के वीडियो ने जमीनी हकीकत बयान कर दी है।इसलिए लोग सोशल मीडिया पर डीजीपी अशोक कुमार से भी इस बारे में सवाल पूछ रहे हैं।दरअसल, हरिद्वार में श्यामपुर क्षेत्र में चार दिन पहले पुलिस और प्रशासन ने कांजी हाउस की जमीन पर किया गया अतिक्रमण हटवाया था। आरोप है कि कब्जा बरसों पुराना चला आ रहा था और अफसरों ने 24 घंटे के नोटिस पर पूरी कार्रवाई की है।स्थानीय विधायक अनुपमा रावत और कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर पुलिस और सत्ता पक्ष पर हमलावर है। अनुपमा सहित कांग्रेस विधायकों ने बुधवार को विधानसभा में धरना भी दिया। लेकिन अतिक्रमण को लेकर राजनीति और आरोप-प्रत्यारोपों से दूर एसओ श्यामपुर अनिल चौहान का एक वीडियो उत्तराखंड पुलिस की छवि पर बट्टा लगा रहा है।वीडियो में चौहान पहले तो लाठी से युवक को धकेल रहे हैं। अचानक एक महिला सामने आती है तो लाठी उसके सीने पर रखकर धकियाते हैं। जबकि कार्रवाई के दौरान महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद थी।सवाल यह है कि कौन सा कानून किसी पुरुष पुलिसकर्मी को आम महिला के साथ ऐसे बेहूदगी से पेश आने की इजाजत देता है। यह वीडियो सोशल मीडिया और खासतौर पर फेसबुक पर जमकर वायरल हो रहा है। पहले लालढांग प्रकरण और अब अतिक्रमण मामले में एसओ श्यामपुर की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन अधिकारी संज्ञान लेने को तैयार नहीं है। जिससे विपक्ष के आरोपों को बल मिल रहा है और श्यामपुर पुलिस के साथ-साथ अफसरों की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में है।
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