कृषि कानून वापस लेने के फैसले का स्वागत, लेकिन 7 सौ किसानों की मौत का जिम्मेदार कौन:- मनोहर लाल शर्मा
रियाज कुरैशी
पंच👊नामा- रूडकी: कांग्रेस के पूर्व राज्य मंत्री एडवोकेट मनोहर लाल शर्मा ने कहा कि कृषि कानून वापस लिए जाने के फैंसले का स्वागत करते हैं लेकिन इस आंदोलन में जो सात सौ किसानों की मौत हुई है उसका दोषी कौन है। उन्होंने मांग की है कि जो किसान आंदोलन में शहीद हुए हैं उनके परिवार को सरकारी नौकरी के साथ उचित मुआवजा मिलना चाहिए।
कांग्रेस के पूर्व राज्यमंत्री एवं B.S.M शिक्षा संस्थान के चेयरमैन एडवोकेट मनोहर लाल शर्मा ने कहा कि आगामी 2022 में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है जिसमें भाजपा की हार के डर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैंसला किया है। उन्होंने कहा लेकिन इसे वापस लेने में जो देरी प्रधानमंत्री ने की यह बड़ा निंदनीय है, इस आंदोलन के दौरान सात सौ किसानों की मौत हुई उसका जिम्मेदार कौन है। प्रधानमंत्री के मात्र माफी मांग लेने से वह सात सौ किसानों की मौत के जुर्म से बरी नही हो सकते। उन्होंने मांग की हैं कि एक्सपर्ट की राय लेकर संसद में एमएसपी पर कानून बनाये जाए। कहा कि किसानों के हित मे एमएसपी कानून की आवश्यकता है। वहीं उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों पर राजनीति करती है और किसानों के साथ राजनीति बर्दाश्त नही की जाएगी। आज जो तीन काले कानूनों को वापस लिया गया है यह एक केंद्र का राजनीतिक चुनाव के समय में स्टंट है क्योंकि भाजपा को लग गया है कि इस बार 2022 विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड, हिमाचल ,उत्तर प्रदेश, पंजाब, मैं इस बार कांग्रेस अपना परचम लहराए की और भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी। किसानों की जीत हुई है जिसके लिए देश का किसान बधाई के पात्र हैं।