
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तराखंड समेत हिमाचल और पंजाब में आई भीषण आपदा से बेघर और बेसहारा हुए लोगों की मदद को जमीयत उलमा-ए-हिंद की उत्तराखंड इकाई आगे आई है। संस्था ने करीब 50 लाख रुपये की राहत सामग्री और आर्थिक सहयोग पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है। गुरुवार को मदरसा दारुल उलूम असदिया, एक्कड़ में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक हुई, जिसमें रणनीति तय की गई।
प्रदेश महासचिव मौलाना शराफत अली क़ासमी ने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद हमेशा मजलूमों और पीड़ितों की आवाज़ रही है। आज जब उत्तरकाशी, चमोली, पौड़ी, हिमाचल और पंजाब के हजारों परिवार भूस्खलन और बाढ़ से तबाह हो गए हैं, तो ऐसे वक्त में समाज का फर्ज है कि वह आगे बढ़कर मदद करे।
जिला स्तर पर बनीं राहत टीमें…..
आपदा पीड़ितों तक सीधी मदद पहुंचाने के लिए संगठन ने देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंहनगर और नैनीताल जिलों में राहत इकाइयाँ बनाई हैं। हर हल्के में कार्यकर्ताओं ने अनाज, दाल, आटा, चावल, पीने का पानी, दवाइयाँ और अन्य ज़रूरी सामान एकत्र करना शुरू कर दिया है। यह सामग्री शीघ्र ही प्रभावित इलाकों में भेजी जाएगी।जन सहयोग की अपील…..
मौलाना शराफत अली क़ासमी ने सभी जिम्मेदारों और आम नागरिकों से अपील की कि वे इस राहत अभियान में अपनी हैसियत के मुताबिक सहयोग करें, ताकि बेघर और बेसहारा परिवारों तक समय पर मदद पहुंच सके।बैठक में मौजूद लोग……
इस मौके पर जमीअत हरिद्वार के जिलाध्यक्ष मौलाना अब्दुल वाहिद क़ासमी, जिला देहरादून के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल मन्नान क़ासमी, मुफ्ती ताजीम क़ासमी, मुफ्ती तौफीक अहमद क़ासमी, मौलाना रिहान गनी, मौलाना रागिब मजाहिरी, मौलाना बुरहान, कारी आबिद जिला महासचिव, मास्टर अब्दुल सत्तार, नौशाद अहमद एक्कड़, मौलाना अब्दुल खालिक, प्रधान हारून और शाहनवाज सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।