भेड़ की खाल में भेड़िया, फर्जी गद्दियों की आड़ में जायरीनों का शोषण..
कुकुरमुत्तों की तरह फैलते जा रहे फर्जी खादिम..
पंच👊नामा-पिरान कलियर: सूफी संतों की नगरी पिरान कलियर में विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत मखदूम अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक में कुकुरमुत्तों की तरह उगे फ़र्ज़ी खादिमो पर लगाम लगाने में प्रबंधन तंत्र नाकाम साबित हो रहा है। इन फ़र्ज़ी खादिमो को न तो पुलिस का खौफ़ है और ना ही प्रशासन का, यही वजह है कि बेख़ौफ़ फ़र्ज़ी खादिमो का गोरखधंधा दिन-प्रतिदिन खूब फल-फूल रहा है। ऐसे नही है कि इस आंधी में सिर्फ फर्जी खादिमो की मौज हो रही है बल्कि इनके सरपरस्त भी चलती गंगा में डुबकी लगाने से पीछे नही है। कई बार तो बंटवारे को लेकर फजीहत जगजाहिर भी हो चुकी है।
गौरतलब है कि देश-विदेश में प्रसिद्ध दरगाह पिरान कलियर में आस्थावान लोग बड़ी तादाद में मन्नते मुरादे लेकर आते है और दरबार मे हाजिरी पेश कर फैजियाब होते है। लेकिन कुछ समय से एक प्रचलन आने वाले जायरीनों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। दरगाह के इर्द-गिर्द फर्जी खादिमो की जमात जहा आस्थावान लोगो की आस्था से खिलवाड़ करती है तो वही लोगो को गुमराह कर उनकी जेबें भी ढीली करती है। वर्तमान हालात पर नजर डाली जाए तो दरगाह परिसर तक मे कई फर्जी गद्दियां बन चुकी है जहां इम्पोर्टेड महमानों को लाया जाता है और गद्दी की आड़ में प्रभाव डालकर अपनी जेबें भर ली जाती है। दरगाह प्रशासन इस तमाम कारगुजारी से वाकिफ है, कई बार पुलिस और प्रशासन से शिकायत भी की गई लेकिन फर्जी खादिमो के रसूक के आगे ये कार्रवाई दम तोड़ती नजर आई।