
पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: स्मैक की लत छुड़वाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराए गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आरोप है कि इसके बाद नशा मुक्ति केंद्र के लोग युवक की लाश उसके घर के बाहर फेंक कर फरार हो गए।

जिस पर परिजनों और क्षेत्रवासियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। मामला राजधानी देहरादून का है। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया।

पुलिस के मुताबिक, 20 दिन पहले सिद्धार्थ नामक युवक को उसके परिजनों ने देहरादून के आराध्य नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल कराया था। आज सुबह करीब 7:00 बजे युवक का परिवार सोया हुआ था। इसी दौरान अचानक एक कार आई सिद्धार्थ को घर के बाहर फेंक कर चले गए।

परिवार के लोग बाहर निकले तो युवक के साथ नहीं चल रही थी और उसके शरीर पर कई जगह चोटों के निशान थे। युवक की मौत की पुष्टि होने के बाद परिजनों का गुस्सा भड़क गया स्थानीय लोगों के साथ वह इकट्ठा होकर टर्नर रोड पर पहुंच गए और जाम लगाकर हंगामा किया।

सूचना पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और हंगामा शांत कराया। परिजनों ने आरोप लगाया कि नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराने के बाद उन्हें इसी वक्त से मिलने नहीं दिया जा रहा था और उसके साथ बुरा व्यवहार करते हो यातनाएं दी गई। हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
