ट्रेनों का संचालन रुकने से स्टेशन पर फंसे महिलाओं-बच्चों सहित 300 यात्री, जीआरपी ने की भोजन की व्यवस्था..
रेलवे पुलिस कप्तान अजय गणपति के निर्देश पर जीआरपी ने निभाया इंसानियत का फ़र्ज़..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पहाड़ से मैदान तक बारिश से मची तबाही के बीच हरिद्वार में ट्रेनों का संचालन रुकने पर उत्तराखंड जीआरपी का एक मानवीय रूप सामने आया है। लक्सर क्षेत्र में सोलानी नदी का बंदा टूटने के कारण बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया।
रेलवे स्टेशन भी इससे अछूता नहीं रहा। प्लेटफार्म नंबर एक-दो और तीन व मेन लाइन पुल के नीचे से ट्रैक के ऊपर तक बारिश का पानी लबालब बहने लगा।
हादसे का खतरा भांपते हुए ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया और महिलाओं बच्चों समेत करीब 300 यात्री रेलवे स्टेशन पर ही फंस गए।
बाहर कस्बे में भारी जलभराव के कारण भोजन आदि की व्यवस्था के लिए यात्रियों का स्टेशन से निकलना भी खतरे से खाली नहीं था।
ऐसे मुश्किल वक्त में उत्तराखंड जीआरपी के एसएसपी अजय गणपति के निर्देश पर लक्सर जीआरपी की टीम ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया और सभी यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई।
ट्रेनों में यातायात सुरक्षित बनाने की जिम्मेदारी निभाने वाली जीआरपी का यह रूप देखकर यात्री अभिभूत हो गए। दरअसल, घंटो तक ट्रेनों का संचालन रुकने के कारण विशेष तौर पर बच्चे और महिलाएं परेशान होने लगे थे।
बच्चों के लिए सबसे पहले भोजन की जरूरत महसूस होने लगी थी। ऐसे में जीआरपी के पुलिस कप्तान अजय गणपति ने अधीनस्थों को निर्देश दिए कि तुरंत कि यात्रियों के लिए भोजन का इंतजाम किया जाए।

जिस पर जीआरपी ने कुछ ही देर में रेलवे स्टेशन पर रुकी यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई। यात्रियों ने जीआरपी को धन्यवाद देते हुए उत्तराखंड पुलिस की कार्यशैली की जमकर सराहना की।