
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: ज्वालापुर के मुस्लिम फंड गबन मामले में पुलिस की छानबीन में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। रज्जाक के कार्यालय की तलाशी लेने पर पुलिस को अलग-अलग 22 संपत्तियों की रजिस्ट्रियां मिली हैं।

पुलिस ने उसके रिश्तेदारों व साझेदारों की संपत्तियों की जानकारी जुटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इनकी खरीर फरोख्त पर रोक के लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा जा रहा है।

दरअसल, संपत्ति यदि साझेदारों व रिश्तेदारों की आमदनी से ज्यादा निकलती है तो यह माना जाएगा कि यह रज्जाक की है और इसे बेनामी संपत्ति मानते हुए गैंगेस्टर एक्ट में जब्त किया जाएगा। वहीं, पुलिस ने आखिरी दो दिनों में घर-घर जाकर वसूल किए गए करीब छह लाख रुपये भी कोतवाली में जमा करा दिए हैं।
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“सीसीटीवी कैमरा भी खोल रहा राज…..
हरिद्वार: आरोपी कैसे फरार हुआ, उसके साथ कौन था, किस तरफ गया है, इसके लिए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली है। कई अहम सुराग भी पुलिस को मिले हैं। हालांकि, पुलिस इस बारे में कुछ भी बताने से बच रही है, लेकिन यह साफ हो चुका है कि रज्जाक कई महीनों से फरार होने की तैयारियां कर रहा था। पुलिस उसके दो करीबी व परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

अब्दुल रज्जाक, संस्था, करीबीयों, परिजन एवं रिश्तेदारों के 23 बैंक खातों को पुलिस ने फ्रीज कराया है। खातों की और जानकारी जुटाने के लिए साइबर क्राइम टीम की मदद भी ली जा रही है। रज्जाक व उसके साझेदारों ने मिलकर कब-कब और कहां-कहां संपत्तियां खरीदी है, उसके लिए पैसा किस रास्ते से आया है और मुनाफे को कहां लगाया गया है, इन सारे बिंदुओं पर पड़ताल चल रही है। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि सभी बैंक खातों की जानकारी जुटाकर उन्हें खंगाला जा रहा है। मुख्य आरोपी रज्जाक को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।