चर्चित वकील ने पुलिस के नाम पर कर दिया खेल, बड़े साहब की “तीसरी आंख” ने कर डाली प्लानिंग फेल..
इंटरवल के बाद अचानक बदल गई पिक्चर, तमाम तिकड़म के बावजूद आरोपियों को जाना पड़ा जेल..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: वकालत से ज़्यादा तिकड़मबाजी के लिए चर्चित एक वकील ने इस बार फिर पुलिस के नाम पर “खेल” कर डाला। वकील ने संगीन मुकदमे के दो आरोपियों को भरोसा दिलाया कि किसी भी कीमत पर उन्हें गिरफ्तार नहीं होने देगा।

बताया जा रहा है कि दोनों आरोपियों से पुलिस के नाम पर अच्छी खासी “न्यौछावर” भी ली गई। इसके बाद वकील साहब हमेशा की तरह “हींग लगे न फिटकरी” वाली “रूलिंग” अपनाने में जुट गए। लेकिन हर एक किलोमीटर में 15 से 20 “तीसरी आंख” रखने वाले बड़े साहब को किसी “एक तीसरी आंख” ने “आंखों देखा” हाल सुना डाला।

जिसका नतीजा यह हुआ कि साहब को जलाल आ गया और उन्होंने चंद घंटे में गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया। अधीनस्थों ने हुकुम की तामील कराते हुए दोनों आरोपियों को बड़े घर भिजवा दिया। यह काम इतनी सफाई से हुआ कि इधर “टेंडर” लेने वाले चर्चित वकील को भनक नहीं लगी।

वकील को दूर-दूर तक इस बात का अंदाजा नहीं था कि इंटरवल के बाद अचानक पिक्चर बदल जाएगी। सारी तीरंदाजी फेल होने के बाद अब वकील साहब इस जुगत में है कि किस तरह आरोपियों की गिरफ्तारी को सही साबित करते हुए अपनी नाक बचाई जा सके।

इसके लिए चर्चित वकील अब एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर के बीच टहल रहे हैं। कई तरह की कहानी बनकर कीचड़ उछालने का प्रयास भी चल रहा है। मगर वकील की कार्यशैली से हर कोई वाकिफ है। कुल मिलाकर वकील साहब की प्लानिंग फेल होने से आरोपियों को उनकी सही जगह यानी जेल जाना पड़ा।

इस पूरे मामले में साहब की तीसरी आंख की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। हालांकि, तीसरी आंख को अभी और ज्यादा “विजिबिलिटी” बढ़ाने की ज़रूरत है।

चर्चित बवाल में भी आंखों की किरकिरी….
चर्चित वकील साहब को अपनी वकालत से ज्यादा बाकी कामों में ज्यादा दिलचस्पी रहती है। जिले में कुछ साल पहले सामने एक चर्चित बवाल को लेकर भी वकील सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर पुलिस की चूल कसने में आगे रहे। इसी वजह से भी चर्चित वकील पुलिस की आंखों में किरकिरी बनकर चुभता आ रहा है।
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नोट: चर्चित वकील का हिंट खबर के बीच छिपा है..!!