टिकट मिला नहीं, मुट्ठी भर कारिंदों के सहारे खुद को विधायक समझ बैठे नेताजी..
पंच👊नामा-रुड़की: जिले की मुस्लिम बहुमूल्य सीट पर मुस्लिम होने के नाते किस्मत आज़माने पहुँचे एक उम्मीदवार को विधायक बनने की इतनी जल्दी सता रही है कि बिना प्रत्याशी घोषित हुए ही महाशय ने चुनावी सभाओं का दौर शुरू कर दिया है, दिलचस्प बात ये ही सभाओं में ज्यादा तादाद बच्चों की नज़र आती है। नेता जी के मैनेजमेंट की तो बात ही ना पूछिये, किराए के मुट्ठी-भर लोगों के सहारे, नेता जी सदन का सफर तय करने का ख्याब संजोय दिन-रात एक किए हुए है, लोग भी नौसिखिए नेता जी से खूब फ़ायदा उठा रहे है और अपना उल्लू सीधा कर रहे है, “साहब पर बाहरी का ठप्पा भी लगा है, लेकिन दिल है के मानता नही।
कई सौ किलो मीटर का सफर तय कर जनपद की एक मुस्लिम बहुमूल्य सीट पर विधायक बनने का सपना लिए एक उम्मीदवार दिन-रात जी-तोड़ मेहनत में लगा है, हालांकि पार्टी ने अभी तक उम्मीदवार को प्रत्याशी घोषित नही किया है लेकिन उम्मीद पर दुनिया कायम है और इसी उम्मीद पर मान्यवर चुनावी जमीन तैयार करने का प्रयास कर रहे है।
विधानसभा के गांव-गांव जाकर लोगो को समझाने का तरीका साहब अपने सोशल मीडिया के जरिये जन-जन तक पहुँचाने में लगे है, बिडम्बना ये है कि नेता जी के साथ मुट्ठी भर लोग वही नजर आते है जिनका उद्देश्य मात्र चुनावी गंगा में डुबकी लगाना है। इसके साथ सभाओं में जनसैलाब की जगह बच्चों का सैलाब चिंता की लकीरें खिंचता है, लेकिन बावजूद इसके नेता जी के इर्द-गिर्द रहने वाले लोग उन्हें विधानसभा सदन के गेट पर खड़ा महसूस कराने में सफल हो रहे है।