देहरादून

कांवड़ यात्रा पर डीजीपी की सख्त नजर: ऋषिकेश से नीलकंठ तक व्यवस्थाओं का लिया जायजा..

7000 से अधिक जवानों की तैनाती, ड्रोन-सीसीटीवी से 24 घंटे निगरानी, श्रद्धा की आड़ में हुड़दंग बर्दाश्त नहीं, सोशल मीडिया से लेकर सीमाओं तक पैनी नजर..

पंच👊नामा-ब्यूरो
ऋषिकेश: श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। यात्रा शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बुधवार को डीजीपी दीपम सेठ ने ऋषिकेश से लेकर नीलकंठ महादेव मंदिर तक यात्रा मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। सुरक्षा, यातायात और व्यवस्थाओं को लेकर उन्होंने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए।तीनों जिलों—देहरादून, पौड़ी और टिहरी के एसएसपी और अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ डीजीपी ने समीक्षा बैठक की और मौके पर जाकर हर व्यवस्था को परखा। मुनि की रेती, लक्ष्मण झूला और नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश दिए गए। मंदिर में पूजा के बाद श्रद्धालुओं और मंदिर समिति से बातचीत कर व्यवस्थाओं का फीडबैक भी लिया।फोर्स का दमदार मोर्चा: हर कदम पर तैनात सुरक्षा चक्र
कांवड़ मेले के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए 7000 से अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें शामिल हैं।
—————————————3000 पुलिसकर्मी
1350 होमगार्ड और पीआरडी जवान
पीएसी की 15 कंपनियां
अर्धसैनिक बल की 9 कंपनियां
बम डिस्पोजल स्क्वॉड की 9 टीमें
एटीएस की 4 टीमें
एसडीआरएफ और ड्रोन यूनिट की 10-10 टीमें
जल पुलिस की 7 टीमें
पूरे मेला क्षेत्र में 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिये 24×7 निगरानी की जा रही है। कंट्रोल रूम से ड्रोन और कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग हो रही है।
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जोनों में बंटा मेला क्षेत्र, सेक्टर प्रभारियों को जिम्मेदारी….नीलकंठ मेला क्षेत्र को 1 सुपर जोन, 7 जोन और 23 सेक्टरों में बांटा गया है। वहीं हरिद्वार क्षेत्र को 16 सुपर जोन, 37 जोन और 134 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। हर जोन और सेक्टर की जिम्मेदारी एएसपी, सीओ, इंस्पेक्टर और एसएचओ स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई है।
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सोशल मीडिया से लेकर सीमावर्ती राज्यों तक समन्वय….सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम लगातार अफवाहों और संदिग्ध पोस्ट पर नजर रखे हुए है। डीजीपी ने चेताया कि डीजे की प्रतिस्पर्धा, मानक से ऊंची कांवड़, और असामाजिक हरकतें बर्दाश्त नहीं होंगी। STF और इंटेलिजेंस यूनिट को खास निगरानी में लगाया गया है। सीमावर्ती राज्यों के कंट्रोल रूम से रियल टाइम सूचना आदान-प्रदान हो रहा है।संवेदनशीलता और सख्ती दोनों जरूरी: एडीजी की ब्रीफिंग
ऋषिकेश व हरिद्वार में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त ब्रीफिंग की। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी. मुरूगेशन, एडीजी इंटेलिजेंस ए.पी. अंशुमान, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, निदेशक यातायात एन.एस. नपलच्याल, डीआईजी फायर निवेदिता कुकरेती ने पुलिस बल को निर्देश दिए कि कांवड़ मेला हमारे लिए बड़ी जिम्मेदारी है— इसमें अनुशासन, त्वरित निर्णय क्षमता और समन्वय सबसे जरूरी है।
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डीजीपी का संदेश: श्रद्धालुओं की सेवा हमारा धर्म…“कांवड़ यात्रा को सकुशल और शांति से संपन्न कराना हमारी प्राथमिकता है। श्रद्धालुओं को हर संभव सहायता दी जाए। सभी अधिकारी संवेदनशीलता और सतर्कता से कार्य करें। “उत्तराखंड पुलिस ने अपील की है कि श्रद्धालु भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।

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