
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भारी बारिश के चलते गांव सराय में जलभराव के बीच नालियों में बहाया गया गोबर ग्रामीणों के घरों में घुस गया। जिससे नाराज ग्रामीणों ने डेयरी संचालक का विरोध करते हुए हंगामा किया। प्रधान मनीष सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर आपत्ति जताई और कार्रवाई की मांग की।ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के कुछ डेयरी मालिक लंबे समय से नालियों में गोबर बहा रहे हैं। कई बार समझाने के बावजूद ये लोग मानने को तैयार नहीं होते, उल्टा झगड़े पर उतर आते हैं और धमकी देने लगते हैं।
लगातार फैलती गंदगी से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। नालियों का पानी उफान पर है और गोबर की दुर्गंध से गांव का माहौल बदबूदार हो चुका है।
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पुलिस ने दी चेतावनी, पर नहीं सुधरे डेरी मालिक….हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया। पुलिस ने डेरी मालिक इकराम पुत्र बशीर, रशीद पुत्र लतीफ और महबूब उर्फ अड़िया पुत्र शरीफ को चेतावनी देते हुए कहा कि दोबारा नाली में गोबर बहाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, चेतावनी के बावजूद कुछ ही घंटों बाद इन लोगों ने फिर वही हरकत दोहराई, जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। सड़कों पर खड़े खतरनाक वाहन भी बना रहे मुसीबत ग्रामीणों ने बताया कि इन डेरी मालिकों द्वारा न सिर्फ गोबर नालियों में बहाया जाता है,
बल्कि सड़क पर ट्रैक्टर-ट्रॉली और भारी हैरों भी खड़े किए जाते हैं, जो आए दिन दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। ग्रामीणों की मांग है कि ऐसे वाहनों को हटाया जाए और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
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हंगामा करने वालों में ये ग्रामीण रहे शामिल……हंगामे में ग्राम प्रधान मनीष, कलीम ठेकेदार, हाजी कौसर, हाजी कासिम, हाजी आबिद, दिलशाद, हनीफ, हफीज, शमीम उर्फ मुन्ना, मोहसिन, इरफान, हाफिज सईद, आरिफ, यासीन, हाफिज शाकिर, अफजाल, मुकर्रम टेलर, हाफिज इलियास, खालिक, शहजाद, गुलशेर, नौशाद, अरशद, शादाब, इरशाद, जाकिर, दिलनवाज, भूरा, रुस्तम, अलिया, कादिर, मासूम, अशरफ मलिक, यूसुफ उर्फ सुक्का, अशरफ मुल्ला, यूनुस आढ़ती, इमरान, नशीरुद्दीन आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
—————————————-ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि गंदगी, दुर्गंध और बीमारी फैलाने वाले इन डेरी संचालकों पर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि गांव में साफ-सफाई और स्वास्थ्य की स्थिति बहाल हो सके। वहीं, ग्राम प्रधान ने भी इस मामले को लेकर उच्चाधिकारियों से लिखित शिकायत करने की बात कही है।