एसएमजेएन पीजी कॉलेज में “उत्तराखंड रजत जयंती पर शानदार कार्यक्रम, आंदोलन के शहीदों को किया नमन..
शिक्षकों और छात्रों ने पेश की राज्य के विकास गाथा, प्रो. बत्रा बोले, पहाड़-मैदान संतुलन से ही प्रदेश का विकास संभव..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एसएमजेएन पीजी कॉलेज में शनिवार को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह के तहत सांस्कृतिक कार्यक्रम और संगोष्ठी आयोजित की गई।
आयोजन आईक्यूएसी, एनएसएस और रेड क्रॉस इकाई के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ शुरुआत हुई। बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा सोनाली ने दुर्गा स्तोत्र प्रस्तुत कर वातावरण को भक्तिमय बनाया।
मुख्य वक्ता विश्वविख्यात पर्यावरणविद प्रो. बी.डी. जोशी ने कहा कि सीमित संसाधनों और भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद
उत्तराखंड की 25 वर्ष की विकास यात्रा अद्भुत और अकल्पनीय रही है। उन्होंने राज्य निर्माण आंदोलन में कई पीढ़ियों की भागीदारी को याद किया।
विशिष्ट अतिथि राज्य आंदोलनकारी विजय भंडारी और रवींद्र भट्ट ने युवाओं से मातृभूमि की सेवा का संकल्प लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने कहा, “उत्तराखंड की सीमा में रहने वाला प्रत्येक नागरिक उत्तराखंडी है। पहाड़ और मैदान का सामंजस्य ही सतत विकास की कुंजी है।
”राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. विनय थपलियाल ने राज्य की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
अर्थशास्त्र प्राध्यापिका रुचिता सक्सेना ने आंकड़ों के माध्यम से विकास की गति बताई। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने युवाओं के उत्साह की सराहना की। पूर्व छात्र मेहताब आलम व अन्य कलाकारों ने सुरों से समां बांधा।
अमिता मल्होत्रा और गौरव बंसल के संयोजन में छात्र-छात्राओं की नृत्य प्रस्तुतियाँ आकर्षण का केंद्र रही। रेड क्रॉस स्वयंसेवियों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए। राष्ट्रगीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर सामूहिक गायन किया गया।
कार्यक्रम संचालन डॉ. पल्लवी व डॉ. मीनाक्षी शर्मा ने किया। कार्यक्रम में प्रो. जे.सी. आर्य, डॉ. मनमोहन गुप्ता, डॉ. सुषमा नयाल,
डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. मनोज सोही, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. सरोज शर्मा, विनीत सक्सेना समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।



