“गढ़वाली-कुमाऊनी प्रश्नों को लेकर मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन हरिद्वार के युवाओं ने निष्पक्ष परीक्षा की उठाई मांग..

पंच👊नामा
योगेश शर्मा, हरिद्वार: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में गढ़वाली और कुमाऊनी भाषा से जुड़े अनुचित प्रश्न पूछे जाने के विरोध में युवाओं ने सोमवार को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन अजीतपुर के ग्राम प्रधान प्रखर कश्यप की ओर से सौंपा गया। प्रखर कश्यप ने कहा कि वे मैदान और पहाड़ के युवाओं को एक समान दृष्टि से देखते हैं। इस पहल का उद्देश्य सभी अभ्यर्थियों को बराबरी का अवसर दिलाना है। ज्ञापन में सुझाव दिया गया है कि भविष्य में ऐसी समस्या दोबारा उत्पन्न न हो, इसके लिए गढ़वाली और कुमाऊनी भाषा को हरिद्वार समेत मैदानी क्षेत्रों के स्कूली पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाए। ग्राम प्रधान प्रखर कश्यप ने स्पष्ट कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं में किसी भी अभ्यर्थी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। प्रदेश का हर युवा चाहता है कि भर्ती परीक्षाएं पारदर्शी और समान अवसर सुनिश्चित करने वाली हों। उन्होंने इसे युवाओं के भविष्य का सवाल बताते हुए आंदोलन जैसी स्थिति बनने से पहले सरकार से ठोस कदम उठाने की अपेक्षा जताई।