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किशोरी से छेड़छाड़ के आरोप के बाद भीड़ ने मुस्लिमों की दुकानों में तोड़फोड़ कर बाहर फेंका सामान, पुलिस तैनात..

गंगा घाट पर मुस्लिम नाई से मुंडन कराने पर हंगामा, बीच मुंडन बदलना पड़ा नाई, वायरल हो रहा वीडियो (देखें वीडियो)

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एक सैलून संचालक पर किशोरी से छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद चमोली जिले के नंदानगर में बवाल हो गया। घटना के विरोध में गुस्साए लोगों ने हिंदूवादी संगठनों के साथ मिलकर बाजार में जुलूस निकाला और मुस्लिम दुकानदारों की दुकानों को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की और सामान बाहर फेंक दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जैसे तैसे बवाल थामा। घटना के बाद बाजार में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली और शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। दूसरी तरफ हरिद्वार में गंगा घाट पर एक मुस्लिम नाई से अपने बच्चे का मुंडन कर रहे श्रद्धालु परिवार को कुछ युवकों ने रोकते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। उनका कहना था कि मुंडन हिंदू नाई से कराया जाएगा। इस बात को लेकर उन्होंने मुंडन कर रहे बुजुर्ग मुस्लिम नाई को भी खरी खोटी सुनाई। युवकों का कहना था कि उन्होंने पहले भी इस बारे में चेतावनी दी थी। हंगामा बढ़ने पर श्रद्धालु परिवार भी घबरा गया और उन्होंने नाई के मुस्लिम होने की जानकारी न होने की बात कहकर अपना बचाव किया। इस बीच हंगामा करने वाले युवकों ने ही एक हिंदू नाई को बुलाया और बीच मुंडन बुजुर्ग नाई को उठाकर दूसरे नाई को बिठाया गया। इन यूको में से ही किसी एक ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो भी बनाई। साथ ही साथ फेसबुक पर फोटो वीडियो डालकर टिप्पणी भी की। पूरे मामले की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
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दुकानों पर हुआ पथराव…….चमोली के नंदा नगर में जुलूस निकाल रहे लोगों ने युवक के सैलून में तोड़फोड़ करने के साथ ही पथराव भी किया। इससे पूर्व भी यहां इस प्रकार की घटना सामने आ चुकी है। घटना के बाद भीड़ सड़क पर उतरती है और कानून अपने हाथ में लेकर तोड़फोड़ को अंजाम देती है। जिस कानून व्यवस्था भी प्रभावित होती है। बड़ा सवाल यह है कि छेड़छाड़ के बाद आखिर ऐसा क्या हुआ कि अचानक से भीड़ सड़क पर उतर आई और तोड़फोड़ करते हुए पूरा बवाल कर दिया। सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि क्या समय रहते पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। यदि घटना के फौरन बाद बवाल हुआ है तो सवाल संगठनों की मंशा पर भी है कि उन्होंने पुलिस को कार्रवाई का मौका तक नहीं दिया।

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