
पंच👊🏻नामा ब्यूरो
अरशद ख्वाजा, हरिद्वार: अपने कमरे पर प्रेमिका की उसी की चुन्नी से गला दबाकर हत्या करने के बाद अमित खुद भी मरना चाहता था। उसने पहले अपने कमरे पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। पंखे से फंदा भी लटका दिया। लेकिन फंदा बनाने के बावजूद अमित सामने प्रेमिका का शव पड़ा देखकर फांसी लगाकर आत्महत्या करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।

इसके बाद वह कमरे पर ताला लगाकर आत्महत्या करने के लिए निकल पड़ा। बताया गया है कि वह नहर में कूदने के लिए रानीपुर व बहादराबाद थाने की सीमा पर पहुंचा, लेकिन नहर बंद थी। नई व पुरानी गंगनहर में पानी न होने के कारण वह कूदकर भी आत्महत्या नहीं कर सका। दरअसल, इन दिनों सालाना गंगा बंदी चल रही है। इसी कारण अमित जान नहीं दे सका।

मकान मालिक अमरीश चौहान की सूझबूझ से हत्या का राज चंद घंटे में ही खुलकर सामने आ गया। पुलिस को सूचना देने में थोड़ी भी देर हो गई होती तो शायद अमित फरार हो चुका होता।

कमरे में फांसी के फंदा लटका हुआ था, लेकिन सरिता का शव बिस्तर पर पड़ा था। इन परिस्थतियों पर पुलिस के लिए कड़ी से कड़ी जोड़ना और अमित को ढूंढने में काफी पसीना बहाना पड़ता।
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अमित या सरिता: आखिर किसने की बेवफाई…
हरिद्वार: पड़ोस में रहने वाले कई फैक्ट्रीकर्मियों ने पुलिस को बताया कि सरिता का अमित के कमरे पर आना जाना था। वहीं, क्षेत्र में ऐसी चर्चाएं भी जोरों पर हैं कि अमित को सरिता पर बेवफाई का शक था। उसे लगता था कि सरिता का फैक्ट्री के एक ठेकेदार से भी अफेयर है। मंगलवार को मुलाकात के दौरान इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ। सूत्र बताते हैं कि अमित ने भी पूछताछ में पुलिस को यही कहानी बताई है। हालांकि, सरिता के परिजनों का आरोप है कि अमित का संबंध किसी दूसरी लड़की से था। देर रात तक पुलिस हर एंगल से छानबीन में जुटी थी।