ईमानदारी की मिसाल: मोहम्मद इक़बाल ने गूगल पे पर गलती से आए हजारों रुपये लौटाकर दिखाया इंसानियत का उजला चेहरा..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जब दुनिया तेज़ी से बदल रही है, और भौतिकता की दौड़ में नैतिक मूल्य कहीं पीछे छूटते जा रहे हैं, तब हरिद्वार के ज्वालापुर निवासी समाजसेवी मोहम्मद इक़बाल ने एक ऐसा कार्य किया है, जो न केवल सराहनीय है, बल्कि समाज के लिए प्रेरणास्रोत भी है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि ईमानदारी आज भी ज़िंदा है और इंसानियत अब भी सांस ले रही है।हाल ही में गाजियाबाद निवासी मनोज अग्रवाल ने गूगल पे के माध्यम से एक बड़ी धनराशि ट्रांसफर करनी चाही। मगर जल्दबाजी और असावधानी में यह रकम किसी और के खाते में चली गई। यह ‘कोई और’ थे मोहम्मद इक़बाल, जो स्वयं एक सजग, सुलझे हुए और समाज सेवा से जुड़े व्यक्ति हैं। जब मनोज अग्रवाल को अपनी गलती का अहसास हुआ, तो उन्होंने घबराहट के साथ मोहम्मद इक़बाल से संपर्क किया।
इस दौर में जहां अक्सर ऐसी गलती किसी के लिए ‘संयोग से आई आमदनी’ बन जाती है, मोहम्मद इक़बाल ने ठीक इसके उलट किया। उन्होंने बिना किसी देरी के संपूर्ण राशि मनोज अग्रवाल को लौटा दी और एक मानवीय व सौहार्दपूर्ण संदेश के साथ यह बताया कि इंसानियत की डोर अब भी मजबूत है।
मोहम्मद इक़बाल के इस कृत्य से मनोज अग्रवाल की न केवल खोई हुई रकम वापस मिली, बल्कि उनका विश्वास भी लौट आया। उन्होंने इक़बाल का तहेदिल से धन्यवाद किया और कहा कि “ऐसे लोग समाज की असली पूंजी होते हैं। “यह घटना उन तमाम लोगों के लिए एक सबक और संदेश है जो सोचते हैं कि ईमानदारी अब बीते जमाने की बात हो चली है। मोहम्मद इक़बाल जैसे लोग इस भ्रम को तोड़ते हैं और दिखाते हैं कि जब नीयत साफ हो, तो हर गलती एक अवसर बन सकती है – विश्वास और अच्छाई को और मजबूत करने का।