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रात में पुलिस ने पैर में मारी गोली, सुबह अस्पताल से फरार हुआ आरोपी..

शौच के बहाने दे गया गच्चा, पैर में गोली लगी तो कैसे हुआ फरार, उठ रहे सवाल, जिले भर तलाश..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: दवा कारोबारी से हुई लूट की वारदात में शामिल रहा आरोपी रात में मुठभेड़ के दौरान गोली लगने पर गिरफ्तार हुआ और रुड़की के सरकारी अस्पताल से पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया। आरोपी के फरार होने से हरिद्वार पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। आनन फानन में पुलिस टीमें आरोपी की धरपकड़ में जुट गई है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने भी आरोपी के फरार होने पर नाराजगी जताई और तलाश केेे लिए पुलिस टीमोंं का गठन किया। रात में भगवानपुर पुलिस को शाबाशी मिली और सुबह मुलजिम फरार होने पर जमकर फटकार पड़ी। फिलहाल पूरी शिद्दत सेेेे आरोपी की तलाश चल रही है।देर रात भगवानपुर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने नन्हेड़ा में दवा कारोबारी से हुई लूट में शामिल रहे आरोपी अंशुल पुत्र प्रवीण निवासी हरचन्दपुर थाना मंगलौर को गिरफ्तार कर लिया था। पैर में गोली लगने के चलते आरोपी को रुड़की के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार की सुबह आरोपी लघु शंका के लिए शौचालय में गया था,जहां से खिड़की से कूद कर फरार होने में कामयाब रहा ।काफी देर तक भी जब वह बाहर निकाल कर नहीं आया तब सुरक्षा में तैनात कांस्टेबलों को घटनाक्रम की जानकारी हुई। आरोपी के पुलिस अभिरक्षा से फरार होने की सूचना मिलते ही पुलिस के होश फाख्ता हो गए। आला अफसर रुड़की के सरकारी अस्पताल पहुंचे। एसएसपी के निर्देश पर आसपास के क्षेत्र में चेकिंग शुरू कर दी गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपी को दबोच लिया जाएगा।
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पैर में लगी गोली तो कैसे हुआ फरार……इस पूरे मामले में बड़ा सवाल यह है कि यदि आरोपी के पैर में गोली लगी तो वह कैसे फरार हो गया। इसको लेकर मुठभेड़ पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इन दिनों लगातार हो रही ताबड़तोड़ मुठभेड़ के बीच आम जनता के मन में भी यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि मुठभेड़ में इतनी जल्दी डॉक्टर भी यदि घायल को छुट्टी दे तो वह भागने में अक्षम होता है, फिर पैर में गोली लगने पर मुलजिम कैसे भागा होगा। सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि रात में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार होने की वीडियो और तस्वीर में आरोपी बिल्कुल कूल और टेंशन फ्री नजर आ रहा है। जिससे यह अंदाजा भी लगाया जा रहा है कि गिरफ्तार होने के साथ ही उसने फरार होने का मंसूबा बना लिया होगा। कुल मिलाकर इस मामले को लेकर भगवानपुर पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है।

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