
पंच👊नामा
रुड़की: प्यार और शक की डोर में उलझी एक कहानी ने खौफनाक मोड़ ले लिया। प्रेमिका से रिश्ता तय होने के बाद युवक को यह शक सता रहा था कि उसकी मंगेतर अब भी किसी और से बात करती है।
इसी जलन ने उसे खून का खेल खेलने पर मजबूर कर दिया। गंगनहर पुलिस ने आश मोहम्मद हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी इंतजार उर्फ अस्तग को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने गंगनहर कोतवाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया खुलासा…..
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि मृतक आश मोहम्मद की हत्या उसके प्रेमिका के मंगेतर इंतजार उर्फ अस्तग ने अपने भाई के साथ मिलकर की थी।
मृतक और मंगेतर के बीच पुराने रिश्ते को लेकर आरोपी आगबबूला था। उसने पहले इंस्टाग्राम के जरिये आश मोहम्मद को बातचीत के बहाने मिलने के लिए बुलाया और फिर योजनाबद्ध तरीके से हत्या की।
एसपी देहात शेखर चन्द्र सुयाल और सीओ रुड़की नरेंद्र पंत के पर्यवेक्षण में खुलासा…..
26 अक्टूबर की रात आरोपी ने आश मोहम्मद को इंस्टाग्राम कॉल पर बात करते हुए गांव डांडी स्थित मंदिर के पास मिलने बुलाया।
वहां दोनों ने पहले बैठकर नशा किया और फिर बहस के दौरान आश मोहम्मद ने आरोपी को रिश्ता तोड़ने या अंजाम भुगतने की बात कही। इसी पर गुस्से में आरोपी ने चाकू निकालकर उसके गले पर वार कर दिया।
इसके बाद अपने भाई को मौके पर बुलाकर दोनों ने मिलकर गला दबाया और शव को गन्ने के खेत में ले जाकर गला रेत दिया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोहर सिंह भंडारी की टीम ने 48 घंटे में दबोचा हत्यारोपी….
लगातार की गई तलाश और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मुख्य आरोपी इंतजार उर्फ अस्तग पुत्र मुमताज निवासी ग्राम रामपुर, कोतवाली गंगनहर को रेलवे स्टेशन रुड़की के पास से गिरफ्तार किया।
आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त मोबाइल फोन, खून से सनी कमीज़ और फेंका गया चाकू बरामद किया गया है। आरोपी ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। वहीं उसका फरार भाई अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तलाश में टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
गिरफ्तार हत्यारोपी….
इंतजार उर्फ अस्तग पुत्र श्री मुमताज निवासी ग्राम रामपुर, कोतवाली गंगनहर, जिला हरिद्वार, उम्र 20 वर्ष
पुलिस टीम…….
प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी,
वरिष्ठ उप निरीक्षक दीप कुमार,
उप निरीक्षक प्रवीण बिष्ट,
अपर उप निरीक्षक मनीष कवि,
हेड कांस्टेबल संदीप,
हेड कांस्टेबल अलियास,
कांस्टेबल रणवीर,
कांस्टेबल अजय,
कांस्टेबल प्रभाकर,
कांस्टेबल चालक लाल सिंह,
सीआईयू प्रभारी सहित पूरी टीम


