शहादत-ए-बीबी फ़ातिमा ज़हरा की याद में लगाया गया रक्तदान शिविर, 41 यूनिट रक्त संग्रहीत..
इमामबाड़ा अहबाब नगर में अंजुमन फ़रोग़-ए-अज़ा के सौजन्य से कार्यक्रम का आयोजन, सर्वधर्म रक्तवीरों ने की भागीदारी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अंजुमन फ़रोग़-ए-अज़ा हरिद्वार ने इमामबाड़ा अहबाब नगर में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का सफल आयोजन किया। ब्लड वॉलंटियर्स टीम के सहयोग से आयोजित इस शिविर में हर धर्म और समुदाय के रक्तवीरों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए इंसानियत का फर्ज निभाया।
संस्था के कोषाध्यक्ष सय्यद एहतेशाम अब्बास ज़ैदी के नेतृत्व में आयोजित शिविर में शहरवासियों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया। ब्लड वॉलंटियर्स टीम से अनिल अरोड़ा व विक्रम ने अपनी सक्रिय भागीदारी से कार्यक्रम को संबल प्रदान किया और संस्था को भविष्य में भी इसी तरह सहयोग जारी रखने का आश्वासन दिया। ब्लड वॉलेंटियर टीम उत्तराखंड सहित देशभर में ज़रूरतमंद लोगों को रक्त उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
संस्था के अध्यक्ष हैदर नक़वी ने बताया कि अंजुमन फ़रोग़-ए-अज़ा बीते चार वर्षों से बीबी फ़ातिमा ज़हरा की शहादत की याद में रक्तदान शिविर आयोजित करती आ रही है। उनका कहना था कि “रक्तदान का मुख्य उद्देश्य किसी ज़रूरतमंद की जान बचाना है।” उन्होंने कहा कि बीबी फ़ातिमा ज़हरा जन्नत की महिलाओं की सरदार हैं और उन्होंने अपने जीवन में महिला शिक्षा एवं सम्मान का संदेश दिया। मोहम्मद साहब ने भी बेटियों के सम्मान और उनके मक़ाम पर विशेष बल दिया है।
शिविर में मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ विभिन्न धर्मों के युवाओं, महिलाओं और समाजसेवियों ने बढ़चढ़कर रक्तदान किया। कुल 41 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। संस्था के सचिव फ़िरोज़ ज़ैदी ने बताया कि इमामबाड़ा अहबाब नगर में तीन दिन तक बीबी फ़ातिमा ज़हरा की शहादत को समर्पित मजलिस (शोक सभा) का आयोजन भी किया गया। रक्तवीरों का संस्थान की ओर से आभार व्यक्त किया गया।
मजलिस को मौलाना आबिद साहब जलालपुर और मौलाना शाबाज़ ज़ैदी रुड़की ने संबोधित किया। उन्होंने बताया कि मोहम्मद साहब के देहांत के बाद बीबी फ़ातिमा ज़हरा केवल 90 दिन जीवित रहीं और इस्लामी कैलेंडर के अनुसार तीन जमादुस्सानी को उनका निधन हुआ।
रक्तदान करने वालों में हसनैन हैदर, हैदर नक़वी, नावेद अंसारी, अस्करी रज़ा, एहतेशाम अब्बास, असमा जाफ़री, जाफ़र हुसैन, शबीह हादी नक़वी, मोहतशम अब्बास ज़ैदी, समर फ़राज़, मुज्तबा हुसैन, शरीक नूर, मोहम्मद जावेद, इज़हार अहमद, अली फ़हीम, हीना नक़वी,
मोहसिन अली, शमा नक़वी, इस्तेख़ार हुसैन, जुनैद खान, साहिल मालिक, अब्दुल समद, नवरीन ज़हरा, बशर नवाज़, कबीर, गौरव सैनी, मोहम्मद जमा, इक्तेदार नक़वी, अर्हम, फ़िरोज़ खान, अरशद ज़ैदी, बिलाल ज़ैदी, फ़िरोज़ ज़ैदी, तरुण राजपूत, हादी हसन, बिलाल रज़ा, फ़करुल, साहिल खान, ज़ुबैद, तकीर हुसैन और अली रज़ा आदि शामिल रहे।



