पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: चाइनीज मांझे ने धर्मनगरी में नए साल पर एक राहगीर की जान ले ली। कनखल के जगजीतपुर क्षेत्र में एक बुलेट सवार चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया। गर्दन का अगला हिस्सा काटने पर उसे आनंद-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया डॉक्टर ने युवक की जान बचाने का भरसक प्रयास किया। लेकिन सांस की नली कटने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका। नए साल पर खुशी-खुशी घर से निकले युवक की अचानक मौत से परिवार में कोहराम मच गया। लोग सख्ती से चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगाने और इसे बेचने वालों को गिरफ्तार कर जेल में डालने की मांग कर रहे हैं।चाइनीज मांझे से हर साल अनगिनत हादसे हो रहे हैं। राह चलते वाहन सवार मांझे की चपेट में आकर घायल होते हैं। कई लोगों की जान भी पहले जा चुकी है। इन दोनों फिर पतंगबाजी का सीजन शुरू हो गया है और प्रतिबंधित चाइनीज मांझे ने लोगों की जान लेने का काम शुरू कर दिया है। नए साल पर पहली घटना कनखल के जगजीतपुर क्षेत्र में सामने आई। पुलिस के मुताबिक, अशोक पाल पुत्र सुखबीर पाल उम्र 45 वर्ष निवासी होली चौक रामपुरी कालोनी जिला मुजफ्फरनगर उतर प्रदेश का हरिद्वार में हाईवे पर क्रेन चलाने का काम चल रहा था। अशोक बुलेट पर जगजीतपुर क्षेत्र से गुजर रहा था। पुलिस चौकी के समीप वह चाइनीज़ मांझे की चपेट में आकर लहूलुहान हो गया। चाइनीज मांझे से उसकी गर्दन इतनी ज्यादा कट गई कि वह छटपटा कर गिर पड़ा। मदद करते हुऐ सतनाम मोटर्स के मालिक सनी सिंह व अन्य राहगीरों ने उन्हें निकट के S.R.MEDICITY अस्पताल में दाखिल करवाया। डॉक्टरों ने बचाने का प्रयास किया। लेकिन सांस की नली कट जाने की वजह से मौत हो गई। कनखल थानाध्यक्ष मनोज नौटियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। चाइनीज मांझा बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है।