
पंच👊नामा-ब्यूरो
कोटद्वार: पौडी पुलिस ने एक बार फिर विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपित को हिमाचल से जाकर दबोच लिया। आरोपी के पास विदेशी मुद्रा के अलावा कैसीनो कार्ड भी बरामद हुए है। बुधवार को कोटद्वार में आयोजित पत्रकार वार्ता में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि बद्रीनाथ मार्ग कोटद्वार निवासी दिव्यम अग्रवाल ने थाने में तहरीर देकर बताया कि वह पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली रहकर दिल्ली यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त कर रहा था। दिसंबर-2022 में दिल्ली के एक होटल Bliss Bourn, लाजपत नगर, न्यू दिल्ली में रह रहे थे। उस होटल में उसके बगल वाले कमरे में एक व्यक्ति जिसका नाम अंगद सेखोन है, उस व्यक्ति से उसकी मुलाकात हुई थी। उसने बताया कि मैं न्यूजीलैंड के Auckland शहर में व्यापार करता है। अंगद सेखोन ने वादी और उसके छोटे भाई शिवम अग्रवाल को न्यूजीलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे पिछले 2 माह में करीब 6 लाख यू.पी.आई. के माध्यम से मोबाइल नंबर 7522920531 पर जमा कराए हैं। उसके द्वारा वादी से एयर टिकट बुकिंग के नाम से/वीजा के नाम से /मेडिकल के नाम से/ डॉलर बदलने के नाम से /वापसी टिकट के नाम से कई बार में पैसे जमा कराए गए।
उसने वादी को बताया गया कि न्यूजीलैंड के शॉप के मालिक जिनके यहाँ तुम दोनों को जॉब करनी है, जो कि न्यूजीलैंड में रहते हैं, जो वहाँ अश्वनी व सहगल नाम से जाने जाते हैं। यह न्यूजीलैंड के Auckland शहर में व्यापार करते हैं, इनके यहाँ तुम दोनों को जॉब दी जाएगी। उसके बाद भी मुझे अभी तक वीजा/मनी एक्सचेंज से सम्बन्धित कोई भी कागजात प्राप्त नहीं हुए। अंगद सेखोन फरवरी-2023 में हमारे घर कोटद्वार भी आया था और उसी दिन वापस चला गया था। अंगद ने हमारे साथ धोखाधडी की है।
जिस पर पुलिस की टीम गठित करते हुए आरोपित अंगद सेखोन, पुत्र स्व0 सरदार दर्शन सिंह, निवासी सेक्टर-49D चण्डीगढ को शोगी शिमला, हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त ने पूछताछ करने पर बताया कि वह 2019 में गोवा में जॉब के लिए गया था और गोवा में डेल्टन कैसीनो में काम रहा था। सितम्बर-2022 को वह कैसीनो में काफी पैंसा हार गया था, उसके ऊपर काफी उधार हो गया था, जिस कारण वह वहाँ से दिल्ली आ गया। 3-4 महीने से दिल्ली में लाजपत नगर में रहने लग गया था। अंगद सेखोन ने बताया कि उसकी मुलाकात वादी दिव्यम से दिल्ली में लाजपत नगर में एक होटल में हुयी थी। जहा वह 2-3 महीने साथ में रहे, इस दौरान आपस में बातचीत होती रही। दिव्यम को जब विश्वास हो गया तो मैंने न्यूजीलैण्ड में नौकरी के नाम पर यू.पी.आई. के माध्यम से करीब 6 लाख रूपये ठगे थे। इससे पहले भी उसने करन नाम का एक व्यक्ति जो रायबरेली का रहने वाला है, उससे दिल्ली में 60 हजार रूपये न्यूजीलैण्ड में नौकरी के नाम पर ठगे थे। इसी प्रकार एक अन्य व्यक्ति वी मुर्गन जो मैसूर के एक गांव के पास का है। उससे भी 74 हजार रूपये न्यूजीलैण्ड में नौकरी के नाम पर ठगे थे। जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है। अभियुक्त इस दौरान शिमला, नेपाल आदि जगहों पर भी गया था।
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अपराध का तरीका…….
आरोपी बोल-चाल में काफी चतुर है अपनी बातों से नौकरी का झांसा देकर फंसा देता है और काफी अच्छी तरह से बातचीत कर लेता है। जीविकोपार्जन का मुख्य कार्य ग्रुप वालों के माध्यम से कैसीनो खेलना, साथ ही कैसीनो खेलने के लिए कई बार नेपाल भी गया है।
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गिरफ्तारशुदा अभियुक्त से बरामदगी…..
1. रूपये 10,000/- नकद ,
2. कैनेडा, न्यूजीलैण्ड, सिंगापुर, श्रीलंका, अमेरिका, कम्बोडिया, नेपाल देशों की विदेशी मुद्रा।
3. 2 एटीएम कार्ड।
4. 7 कैसीनो कार्ड।