विवादित 56 बीघा जमीन पर बिल्डर-नेता-अफसर की तिकड़ी ने मिलाया हाथ, कुख्यात का भी मिला साथ..!
कुर्क होकर बाकी बची करोड़ों की ज़मीन ठिकाने लगाने की कवायद, जमीन पर जेसीबी से सफाई, हलचल शुरू..

पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
विकास डी कुमार, हरिद्वार: ज्वालापुर में विवादित 56 बीघा जमीन पर बिल्डरों और सफेदपोश भूमाफिया ने नजरें गढ़ा दी हैं। 30 बीघा जमीन कुर्क होने के बाद बाकी बची लगभग 30 करोड़ रुपये की 26 बीघा जमीन को लेकर दांव-पेंच शुरू हो गए हैं।

जिसके तहत जमीन पर साफ-सफाई कराई गई है। सूत्र बताते हैं कि जमीन को लेकर बड़ा खेल हुआ है। खेल करने के लिए सफेदपोश बिल्डरों, नेताओं और अधिकारियों ने हाथ मिलाया है। इतना ही नहीं, जमीन में लगातार दखल दे रहे एक कुख्यात का समर्थन मिलने की चर्चाएं भी बनी हुई हैं।

ज्वालापुर में हरिद्वार-दिल्ली हाईवे से सटी 56 बीघा भूमि को लेकर कई बार विवाद हो चुके हैं। दिल्ली के रहने वाले एक प्रापर्टी डीलर भारत चावला ने 20 बीघा भूमि पर स्वामित्व का दावा करते हुए अपने सगे भाई गिरधारी लाल चावला, भतीजे सचिन, पश्चिमी उप्र के भूमाफिया यशपाल तोमर व एक अन्य के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराया था।

आरोप था कि यशपाल तोमर उस पर 20 बीघा भूमि उसके भाई गिरधारी लाल चावला के नाम पर करने के लिए दबाव बना रहा है। सभी ने मिलकर उसके साथ गाली-गलौच करते हुए हत्या की धमकी दी है। मामले की जांच करते हुए उत्तराखंड एसटीएफ ने नोएडा से यशपाल तोमर को गिरफ्तार किया था।

इसके बाद कुछ और आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही गैंगेस्टर एक्ट में हरिद्वार सहित कई राज्यों में यशपाल की 150 करोड़ से अधिक की संपत्तियां सीज की गई थी। यशपाल तोमर तभी से हरिद्वार जेल में बंद है। वहीं, 56 बीघा जमीन में करीब 30 बीघा जमीन भी जब्त की जा चुकी है। बाकी बची 26 बीघा जमीन को ठिकाने लगाने की कवायद शुरू हो गई है।

ऐसा बताया गया है कि बड़े दरबार में मजबूत पकड़ रखने वाले एक स्थानीय नेता के इशारे पर रुड़की व हरिद्वार के कुछ बिल्डरों ने इसकी कमान संभाली है और जमीन में दखल देने वाले कुख्यात को भी सहमत कर लिया गया है।

एक बड़े अधिकारी का कंधे पर हाथ होने की चर्चाएं जोरों पर बनी हुई है। जेसीबी से झाड़ियां हटवाते हुए जमीन की सफाई की जा चुकी है। देखने वाली बात यह है कि शासन-प्रशासन जमीन बचाने में कामयाब होता है या फिर नेता, बिल्डर व अफसर की तिकड़ी जमीन को चट कर जाएगी।